चोरल डेम से 51 गांव की बुझती है प्यास चोरल डेम का पानी सिंचाई के लिए नखेरी डेम में शिफ्ट किया जाता है। फरवरी माह तक नहर चलाने के बाद पानी बंद कर दिया जाता है। इसके बाद चोरल डेम का पानी आस-पास के 51 गांव में पेयजल के लिए उपयोग होता है। वर्तमान में चोरल डेम में पर्याप्त पानी है। नाहर खेड़ी तालाब से पहले मानपुर नगरीय क्षेत्र में पेयजल भेजा जाता था। नर्मदा लाइन आने के बाद यहां का पानी उपयोग नहीं किया जाता है।
ग्रामीण और मवेशियों के जरूरी तहसील में चायड़ीपुरा, कालीकिराए, खेड़ीपियोद, हासलपुर, यशवंत नगर, बरगोन, रामपुरिया, कोटियाझिरी,
बडग़ोदा, नखेरी, भाटखेड़ी, हरसोला आदि ग्रामीण अंचल में तालाब बने हुए है। वर्तमान में यहां इतना पानी बचा हुआ है, जिससे ग्रामीणों की जरूरत और मवेशियों को पानी मिल सके। इसलिए इन तालाबों के पानी को सिंचाई के उपयोग नहीं लिया जाना चाहिए। इन सभी तालाबों में वर्तमान में निम्नस्तर पर पानी है।
मानपुर टीआई ने नहीं लिखी रिपोर्ट ्रएसडीएम राजेश मिश्रा ने बताया कि यशवंत नगर स्थित तालाब पर अवैध रूप से मोटरों से पानी सिंचाई के लिए लिया जा रहा था। जब कार्रवाई के लिए गए तो कुछ किसानों ने विवाद कर कर्मचारियों को भगा दिया। इसके बाद कर्मचारी शासकीय कार्य में बाधा डालने का प्रकरण दर्ज करवाने के लिए मानपुर टीआई पहुंचे। लेकिन यहां पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया। टीआई विजय ङ्क्षसह सिसोदिया ने बताया कि इस तरह की शिकायत आई है। आवेदन ले लिया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।