जिस जगह गुल्ला का शव मिला, वह स्थान राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का होने के कारण आगे की कार्रवाई के लिए वहां की पुलिस को सौंपा गया। जहां शव मिला, उससे कुछ ही कदम के फासले पर एक चाय की गुमटी है, जहां गुल्ला व उसके साथी रोज बैठकर आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया करते थे। गुल्ला के खिलाफ भी विभन्न थानों में सात से अधिक प्रकरण लम्बित हैं। वह भी नशे का आदी होना बताया गया है। फौजा गैंग की कुछ अन्य आपराधियों से रंजिश चल रही है। इसी के चलते पुलिस को गुल्ला की हत्या की आशंका है। शव की जांच करने पर मृतक के शरीर पर जाहिर तौर पर कोई बड़ी चोट का निशान या घाव नहीं मिला है। पुलिस का अनुमान है कि मामला हत्या, हादसा या खुदकुशी हो सकता है।
इंदौर द्य खजराना क्षेत्र के तंजीम नगर में एक युवक को बदमाश ने चाकू मार दिया। पुलिस के अनुसार अरबाज पिता शरीफ निवासी शाहीबाग की शिकायत पर कादिर निवासी तंजीम नगर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्होंने पुलिस को बताया कि कल उसे आरोपी ने रास्ते में रोक लिया था। अकारण ही उसके साथ गाली-गलौज करने लगा था। वहां से जाने लगा तो बदमाश ने चाकू मारकर घायल कर दिया।
सरफराज उर्फ फौजा ने कुछ साल पहले 2012 में एक ही रात में नाइट्रावेट के नशे में शहर में पांच स्थानों पर गोलियां चलाते हुए एक व्यक्ति की हत्या और चार लोगों को घायल कर दिया था। घटना वाले दिन फौजा के बड़े भाई सागीर को हत्या के एक मामले में दोषी पाए जाने पर कोर्ट में सजा सुनाई गई थी। इससे खफा होकर फौजा व उसके पांच साथियों ने नाइट्रावेट का नशा करने के बाद जमकर शराब पी थी, फिर शहर भर में घूम-घूमकर पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग की थी। घटना के कुछ सप्ताह बाद बड़े ही नाटकीय ढंग से फौजा ने रेलवे स्टेशन पर सरेंडर किया था।