छत पर किया घायलों का प्राथमिक इलाज
वार्ड के अंदर फंसे आधा दर्जन बच्चों व महिलाओं को आग व धुएं के कारण रास्ता न मिलने से खिडक़ी व कांच फोडक़र दूसरी मंजिल की छत पर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज किया। अस्पताल के सिक्योरिटी इंचार्ज अवधेश शर्मा ने बताया, बिजली के तारों में आग के कारण एससीएनयू में लपटें निकलने लगीं। वहां तक फायर उपकरण नहीं ले जा पाए। आग बुझाने के दौरान अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर अफरा-तफरी मच गई।
वार्ड के अंदर फंसे आधा दर्जन बच्चों व महिलाओं को आग व धुएं के कारण रास्ता न मिलने से खिडक़ी व कांच फोडक़र दूसरी मंजिल की छत पर ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज किया। अस्पताल के सिक्योरिटी इंचार्ज अवधेश शर्मा ने बताया, बिजली के तारों में आग के कारण एससीएनयू में लपटें निकलने लगीं। वहां तक फायर उपकरण नहीं ले जा पाए। आग बुझाने के दौरान अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर अफरा-तफरी मच गई।
आंखों देखा मंजर…..
दो दिन पहले 20 वर्षीय बेटी का प्रसव हुआ था। बच्चा और बेटी उसी वार्ड में थी। मैं रिश्तेदारों के साथ बैठा था, तभी एक नर्स भागते हुए आई और आग की बात कहकर मदद मांगी। स्टाफ के साथ हम भी लग गए। बेटी व नाती को रिश्तेदारों के साथ बाहर निकाला। तब तक मदद में जुटे रहे, जब तक कि आखिरी बच्चा और अन्य लोग बाहर नहीं आ गए। बच्चों को बाहर निकालने में थोड़ी भी देर होती तो न जाने क्या हो जाता।
– मो. शरीफ, आड़ा बाजार
दो दिन पहले 20 वर्षीय बेटी का प्रसव हुआ था। बच्चा और बेटी उसी वार्ड में थी। मैं रिश्तेदारों के साथ बैठा था, तभी एक नर्स भागते हुए आई और आग की बात कहकर मदद मांगी। स्टाफ के साथ हम भी लग गए। बेटी व नाती को रिश्तेदारों के साथ बाहर निकाला। तब तक मदद में जुटे रहे, जब तक कि आखिरी बच्चा और अन्य लोग बाहर नहीं आ गए। बच्चों को बाहर निकालने में थोड़ी भी देर होती तो न जाने क्या हो जाता।
– मो. शरीफ, आड़ा बाजार