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इंदौर

खाद्य विभाग चुप, शहर आने लगा बाहर से मावा

स्लीपर बस और ग्वालियर-भिंड एक्सप्रेस से आ रहा नकली मावा आज, मौके पर नहीं जा रहे खाद्य औषधि विभाग के अफसर, सैम्पलिंग लेकर करते हैं खानापूर्ति

इंदौरOct 31, 2018 / 10:46 am

Sanjay Rajak

indore

खाद्य विभाग चुप, शहर आने लगा बाहर से मावा

इंदौर. न्यूज टुडे.

अगले बुधवार को दीपावली है। पूरे शहर में तैयारी हो चुकी है। ग्वालियर के मोर बाजार का बदनाम नकली मावा बस और ट्रेन से इंदौर आने लगा है, लेकिन खाद्य औषधि विभाग के अफसर और १२ फूड इंस्पेक्टर आंख मूंद कर तमाशा देखते हुए शहर के बीमार होने का इंतजार कर रहे हैं।
खाद्य विभाग के मुख्य अधिकारी मनीष स्वामी और अन्य अफसरों को भी इसकी जानकारी वर्षों से है कि नकली मावा बस और ट्रेन से इंदौर आ रहा है, इसके बावजूद वे मौके पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। महज दिखावे के लिए मिष्ठान दुकान से सैंपल ले जाते हैं। जब तक रिपोर्ट आती है, तब तक सारा माल बिक जाता है। अगर सैंपल में गड़बड़ी भी मिलती है तो कुछ हजार रुपए बतौर सजा भरने होते हैं। इसलिए मिष्ठान संचालक भी खुलकर नकली मावे की मिठाई बनाने में लगे हुए हैं।
जब तक जागते हैं, तब तक मिलावटी मिठाई तैयार

जानकारी के अनुसार दिवाली के १५ दिन पहले से ही शहर की मिष्ठान दुकानों पर मावे की मिठाइयां तैयार होना शुरू हो जाती हैं, इसलिए बाहर से मावा भी पहले ही बुलवा लिया जाता है। सबसे ज्यादा मावा ग्वालियर और हरदा से लाया जाता है। ग्वालियर से इंदौर आने वाली स्लीपर बस और ट्रेन में मावा आता है। फिर इसे संबंधित कारखाने पर ले जाया जाता है। यहीं पर इस मावे से मिठाइयां तैयार करवाई जाती हैं। यह मावा दूषित या नकली होता है। क्योंकि पिछले वर्षों में खुद खाद्य एवं औषधि विभाग ने इस तरह का मावा पकड़ा है। उल्लेखनीय है कि रक्षाबंधन के ठीक पहले खाद्य औषधि विभाग ने मुखबिर की सूचना पर छापामार कार्रवाई की थी, जिसमें ५०० किलो नकली मिठाई और मावा जब्त किया गया था। लेकिन इस बार अभी तक विभाग सक्रिय ही नहीं हुआ।
१२ फूड अफसर, एक भी नहीं काम के प्रति गंभीर

जानकारी के अनुसार खाद्य एवं औषधि विभाग में ७ फूड इंंस्पेक्टर है और नगर निगम के पास ५ फूड इंस्पेक्टर है। त्योहार करीब आते ही यह सब मिलकर कार्रवाई करते हैं। अफसरों के अनुसार शहर में कार्रवाई के लिए नगर निगम के फूड इंस्पेक्टर की मदद ली जाती है, जबकि ग्रामीण अंचल में हम खुद जाकर कार्रवाई करते हैं।
तेल से लेकर मावा तक

खाद्य औषधि विभाग द्वारा त्यौहार आते ही नकली खाद्य सामग्री की धरपकड़ शुरू की जाती है। जिसमें सबसे ज्यादा तेल, नमकीन, मिठाइयां, फलहारी साबूदाना, मावा आदि पर नजर रखी जाती है।
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