डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान लोगों ने इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल किया। इसके चलते साइबर ठगी के भी मामले बढ़े हैं। पुलिस के पास ऐसी कई शिकायतें आईं। इनको चार अलग-अलग भागों में बांटा गया है। इनमें एक तो साइट पर सामान बेचने के मामले में है। किसी सर्विसेस से जुड़े हुए व्यक्ति का नाम इस्तेमाल कर सस्ते में सामान बेचने के नाम पर रुपए बुलवाकर ठगी की जा रही है। इसके साथ ही एक ओटीपी से रिलेटेड अपराध हैं। वहीं तीसरा लिंक भेजकर ठगी करने वाले और चौथा यूपीआई के जरिए वारदात करने के मामले हैं। चारों मामलों में जांच के लिए अब अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें केवल एक ही तरह की शिकायतों की जांच करेंगी। इनमें वैसे तो मुख्य तौर पर क्राइम की ही टीम रहेगी, लेकिन जिस थाना क्षेत्र का अपराध है, उस थाने के अफसर को भी लिया जा सकता है। हर तरह के अपराधों के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में अपराधी हैं। एक स्थान के बदमाश एक विशेष तरह का ही अपराध ही किया करते हैं। पुलिस ने कुछ स्थानों को चिन्हित किया है और उन पर नजर भी है। जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।