एसआई बीएस सुनेरिया के मुताबिक फरियादी उदय ५५ पिता विक्रम सिंह चौहान (प्रधान आरक्षक) निवासी डीआरपी लाइन की शिकायत पर मंगलवार को आरोपी दिव्या चौहान, अशोक मंडल, दिवाकर अरोरा व सोनिया अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। फरियादी ने बताया की वे पुलिस लाइन में वाहन चालक है। वर्ष २०१३ में उनके द्वारा एक इंश्योरेंस कंपनी से पॉलिसी खरीदी, जिसका ऑफिस सपना संगीता टॉकिज के सामने है। तभी से वे पॉलिसी की किश्त भरते रहे। वर्ष २०१५ में उन्हें आरोपी दिव्या ने फोन कर खुद को इंश्योरेंस कंपनी का कर्मचारी बताया। तब उसने गोल्ड पॉलिसी खुलने पर प्रधान आरक्षक को १२ लाख रुपए दिलाने का लालच दिया। उसके बातों में आकर वे पॉलिसी खरीदते रहे। फोन पर दिव्या ने सोनिया,अशोक व अन्य के साथ मिलकर फोन लगाते हुए फरियादी से कई पॉलिस दिला दी। हर बार आरोपी नया खाता नंबर देकर उसमें पॉलिसी की किश्त जमा करवा लेते। एक बार तो ठग ने ४९ हजार रुपए एक्सिस बैंक खाते में जमा करवाए। तीन साल के भीतर आरोपियों ने उनसे ३ लाख ५७ हजार जमा कराए। २५ नवंबर २०१६ को उन्होंने ठग के कहने पर अपने एसबीआई खाते से रुपए ट्रांसफर किए थे। कुछ दिन बाद ठग ने उनका फोन उठाना बंद कर दिया। पॉलिसी में कितने रुपए जमा हुए है इसका पता लगाने के लिए पुलिसकर्मी इंश्योरेंस कंपनी पहुंचे तो पता चला मूल पॉलिसी में रुपए जमा नहीं होने से वह डृब चुकी है। इस संबंध में उनके द्वारा क्राइम ब्रांच में शिकायत की गई। जांच के बाद मामले में केस दर्ज किया है। जिन खातों में फरियादी द्वारा रुपए जमा कराए गए है उन्हें तकनीकी जांच में शामिल किया है। इस आधार पर आरोपियों की तलाश की जाएगी।