डॉ. सत्तूर ने बताया कि मुंबई में हमारे पास आने वाले केस अच्छा दिखने के होते हैं। बाकी लोग अपने माता-पिता के कहने या प्रोफेशनल जरूरत के कारण हेयर ट्रीटमेंट करवाते हैं। लोगों में बालों की चिकित्सा के प्रति जागरूकता होना बेहद जरूरी है। कारण की बाल झडऩा शुरू होने पर लोग सड़क किनारे मिलने वाली जड़ी-बूटियों से लेकर पॉर्लर में हो रहे लेजर ट्रीटमेंट तक का सहारा ले रहे हैं। इसके साइड इफेक्ट्स भी हो रहे हैं। कॉन्फे्रंस के ऑर्गनाइजिंग सचिव डॉ. अनिल दशोरे ने बताया कि एक्सीडेंट और बर्न केस में आईब्रो और हेयर ट्रांसप्लांट का लाइव डेमो दिया गया। इसमें चार केसेस थे, इसमें से एक युवा लड़के के कटे हुए होंठों पर मूंछ ट्रांसप्लांट की गई। आज भी यहां अलग-अलग सेशन आयोजित किए जाएंगे और रिसर्च पेपर रखे जाएंगे। डॉ. दशोरे ने बताया डेंड्रफ बालों से जुड़ी एक ऐसी समस्या है जो कभी न कभी सभी को अपनी चपेट में ले लेती है। इससे बचना चाहते हैं तो बालों को रोज धोइए। हफ्ते में एक बार नीबू-दही और दो बार तेल जरूर लगाइए। डेंड्रफ का सबसे आसान इलाज है व्यायाम और ध्यान करना। अपने खानपान में परिवर्तन कर और नशीले पदार्थों से दूर रहकर आप खुद को डेंड्रफ फ्री रख सकते हैं।
बाल झडऩे के यह हैं प्रमुख कारण
– अनुवांशिक – हार्मोन इन्बेलेंस
– आयरन की कमी – स्मोकिंग
– विटामिन की कमी – थाईराइड