रतलाम मंडल के डीआरएम आरएन सुनकर इस हेरिटेज ट्रैक की लगातार मॉनिटिरिंग की जा रही है। डीआरएम द्वारा लगातार इस ट्रैक का दौरा किया जाता है और यात्रियों से हेरिटेज ट्रैक को बेहतर करने के लिए सुझाव लिए जाते हैं। दिवाली के ठीक बाद २८, २९ और ३० अक्टूबर को तीनों दिन यह ट्रेन पूरी तरह से पैक हो कर रवाना हुई। जिससे रेलवे ५१ हजार ८४० रुपए की आय हुई।
पांच कोच से चल रही ट्रेन जानकारी के अनुसार वर्तमान में इस महू से कालाकुंड तक दो चयर कार और ३ जनरल कोच के रैक चलाए जा रहे थे, बावजूद शनिवार और रविवार को कई पर्यटक बिना सफर किए ही रवाना हो रहे थे। इसके बाद रेलवे ने शनिवार और रविवार को ट्रेन का एक फेरा बढ़ा दिया था। बारिश के बाद शनिवार को लगने वाला अतिरिक्त फ ेरा निरस्त कर दिया गया है।
बारिश में आए सबसे ज्यादा पर्यटक बारिश के दौरान जुलाई माह में करीब 11 हजार 800 पर्यटकों ने सफर किया, जिससे रेलवे को करीब 3 लाख 38 हजार रुपए की आय हुई। अगस्त माह में 15 अगस्त तक 9 हजार 300 पर्यटकों ने सफर किया। जिससे रेलवे को 2 लाख 38 हजार रुपए की आय हुई।