यह स्थान खंडवा जिले के हनुवंतिया टापू पर है। यह टापू चारों तरफ से समुंदर की तरह फैले नर्मदा के बैक वॉटर से घिरा हुआ है।दुनियाभर में यह स्थान सबसे बड़े मानव निर्मित टापू के रूप में विख्यात हो गया है।
खास बात यह है कि कोई इसकी तुलना switzerland से करता है तो कोई आस्ट्रेलिया के आईलैंड से। 20 करोड़ से अधिक की लागत से बने एमपी टूरिज्म के कॉटेज से मीलों दूर से आ रही लहरों को देखने के लिए हर साल देशभर से लोग यहां आते हैं।
ऐसे में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग लगातार यहां कार्य कर भी रहा है। ईद के मौके पर हनुवंतिया में फूड फेस्टिवल आयोजित किया गया था। अब यहां कंटेनर होम्स लगाने की तैयारी है। कंटेनर होम पर्यटकों को काफी आकर्षित करते हैं। सूत्रों के अनुसार यह तैयारियां जल महोत्सव को लेकर की जा रही हैं।
क्योंकि, महोत्सव में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों को तब यहां रुकने के लिए कमरे की दिक्कत होती है, जिसे देखते हुए विभाग द्वारा चलित कंटेनर होम बढ़ाए जा रहे हैं। फिलहाल हनुवंतिया में पर्यटन विकास निगम के पास 10 ही कमरे हैं। अधिकारियों के मुताबिक एक कंटेनर होम करीब 5 लाख रुपए में बनकर तैयार होगा। करीब 10 कंटेनर होम्स लगाए जाएंगे, जिसमें सभी सुविधाएं पर्यटकों को मिलेंगी।
हनुवंतिया में जल महोत्सव में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इसे देखते हुए यहां कंटेनर होम्स लगाने की तैयारी की जा रही है। इनमें सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी ताकि पर्यटकों को दिक्कत न हो।
– एनके स्वर्णकार, क्षेत्रीय प्रबंधक, पर्यटन विकास निगम
हनुवंतिया में लगाए जाने वाले कंटेनर होम्स में बाथरूम, एसी, लाइट, पलंग, सोफे, टेबल आदि की सुविधा पर्यटकों को मिलेगी। बाहर से यह एक डिब्बे की तरह नजर आएगा, लेकिन अंदर से यह एक शाही कमरे की तरह रहेगा। कंटेनर होम्स में ट्रॉली सिस्टम भी रहेगा, जिसे आवश्यकता अनुसार किसी अन्य जगह पर भी रखा जा सकेगा।
पचमढ़ी और हनुवंतिया में भीड़ से बचने के लिए भोपाल और उसके आसपास भी कई स्पॉट हैं जहां परिवार समेत नए साल का जश्न मनाया जा सकता है। इनमें भोपाल से करीब 25 किलोमीटर दूर स्थित हवाली डैम हैं जहां एमपी टूरिज्म के कॉटेज हैं, इसके अलावा सांची और उदयगिरी का जंगल रिसोर्ट भी हैं।