यह थी प्रमुख समस्याएं शहर की पांच प्रमुख समस्याएं बिगड़ा पर्यावरण, शून्य होता भूजल, बिगड़ता यातायात, विकास के नाम पर हो रही अंधाधुंध तोडफ़ोड़ और प्रशासन की मनमर्जी को लेकर समाजसेवी किशोर कोडवानी धरने पर थे। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और शहर से तीन मंत्रियों के जरिए इन समस्याओं का समाधान कराने के लिए कोडवानी ने धरना दिया था। यह धरना करीब तीन दिनबाद मंत्री इमरती देवी से मुलाकात और उनके आश्वासन पर समाप्त भी कर दिया गया था। जिसमें आश्वस्त किया गया था कि पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, खेल एवं युवा कल्याण जीतू पटवारी, प्रभारी मंत्री बाला बच्चन, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह एक साथ मिलकर कोडवानी के साथ बैठकर इन पांच प्रमुख समस्याओं का समाधान करेंगे। प्रभारी मंत्री बच्चन से कोडवानी की मोबाइल पर बात होने के बाद शहर कांग्रेस कमेटी ने लिखित में 17 अक्टूबर को दोपहर गांधी भवन में बैठक करने का लेटर दिया। इसके चलते कोडवानी अगले दिन गांधी भवन भी पहुंचे, लेकिन न तो उनसे मिलने कोई मंत्री आया और न ही कोई कांग्रेस नेता। दिनभर इंतजार के बाद भी जब कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकलने और मंत्रियों की वादा खिलाफी को लेकर कोडवानी ने गांधी भवन में फिर से धरना शुरू कर दिया जो अब गृह मंत्री बाला बच्चान से मुलाकातके बाद खत्म किया गया है।