जेल में पांचों को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। आरती और बरखा अलग सेल में है, तो बाकी की तीनों को दो और तीन नंबर बैरक में रखा गया है। आज अफसरों से होने वाले सामने के बाद ही तय हो पाएगा कि किसे कहां पर रखा जाए। इस मामले में पहले आरोपित और पीडि़ता बन गई युवती पर जेल स्टॉफ नजर रखे हुए हैं। उसके सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार होने की बात सामने आने के बाद बची हुई आरोपित उसे धमका सकती है। इसके चलते जेल स्टॉफ को नजर रखने के लिए कहा गया है। हालांकि जेल अफसरों को पुलिस की ओर से इस बारे में कुछ भी नहीं बोला गया कि पीडि़ता तो अलग रखा जाए। जेलर केके कुलश्रेष्ठ ने बताया कि पांचों को नियमानुसार रखा गया है। फिलहाल सभी कुछ सामान्य है।