– रिटर्न फाइल करने के लिए आयकर की वेबसाइट पर अपने पैन नंबर से रजिस्ट्रेशन करना होता है। अगर पहले से रजिस्टर्ड है तो आइडी और पासवर्ड से लॉगइन करें।
– फाइल योर रिटर्न ऑप्शन पर जाएं। स्क्रीन खुलने पर डिजायर्ड इनकम यानी सैलरीड, बिजनेस आदि में से अपनी फील्ड चुनें।
– सैलरीड करदाता फॉर्म 16 की डिटेल भरें। इंट्रेस्ट इनकम के कॉलम में बैंक ब्याज की जानकारी दें।
– इसके बाद 26 एएस इम्पोर्ट करें। इससे आपका टीडीएस प्रदर्शित होगा।
– स्क्रीन पर एआइएस-टीआइएस का ऑप्शन दिखेगा। इसे डाउनलोड कर यूटिलिटी में इम्पोर्ट करें। इससे एडवांस टैक्स (अगर भरा है तो) की पूरी डिटेल आ जाएगी।
– इसके साथ ही लेन-देन की वह जानकारियां भी नजर आएंगी, जो आयकर विभाग को अलग-अलग स्रोत से हासिल हुई हैं। रिटर्न में इनकी जानकारी देना अनिवार्य है, नहीं तो नोटिस मिल सकता है।
– अगर टैक्स लाइबिलिटी बनती है तो चालान के जरिए इसका भुगतान करें। भुगतान के पश्चात रिटर्न वैलिटेड ऑप्शन पर जाएं।
– अब जेएसओएन फाइल जनरेट हो जाएगी। इस फाइल को फाइल योर रिटर्न ऑप्शन में अपलोड कर दें।
– आखिरी में रिटर्न वेरिफाइड का ऑप्शन आएगा। ये वेरिफिकेशन जरूरी है, जो आधार ओटीपी या डिजिटल बैंकिंग से हो सकता है।
– किसी कारण से रिटर्न वेरिफाय नहीं हो पा रहा है तो आइटीआर का प्रिंट निकालकर 120 दिन के भीतर सीपीसी बेंगलूरु पोस्ट कर दें।