अक्षित भंडारी के पापा देहरादून में ई-रिक्शा चलाते हैं। अक्षित ने बताया, उसे डांस का शौक बहुत छोटी उम्र से है, जब सातवां बर्थ डे आया तो पापा ने उसे डांस क्लास में एडमिशन दिलवाकर सालगिरह का तोहफा दिया था। तब से वह डांस सीख रहा है। उसे वेस्टर्न डांस का शौक है, खास तौर से लिरिकल हिपहॉप का।
गौरव सारवान के पिता संजय सारवान भी उसके साथ आए थे। वे जयपुर में कार वॉशिंग का काम करते हैं पर डांस का शौक बहुत है। जब गौरव तीन साल का था, तब से वे खुद उसे डांस सिखा रहे हैं। पिता-पुत्र दोनों के आदर्श प्रभुदेवा हैं।
स्कूल और दोस्तों की याद : छठी कक्षा में पढ़ रहे अक्षित और पांचवीं में पढ़ रहे गौरव छह महीने से मुंबई में हैं। वैसे यहां अक्षित के साथ उसकी मां पार्वती और गौरव के साथ उसके पापा आए हैं पर स्कूल के दोस्त और घर में बड़ी बहनें याद आती हैं। दोनों बच्चे अब अपने-अपने स्कूल के हीरो बन चुके हैं। गौरव कहते हैं कि मेरे दोस्त ताना मारते हैं कि तुझे तो बहुत एटीट््यूड हो गया है, पर एेसा नहीं है। मैं ८ से १० घंटे प्रेक्टिस करता हूं, इसलिए उनसे बात नहीं कर पाता। घर में एक दीदी हैं जिनके साथ मेरी लड़ाई भी होती थी पर अब वह सब मिस करता हूं। अक्षित को अपनी दो बड़ी बहनों के साथ मौज-मस्ती करना बहुत याद आता है।
सभी डांस फॉर्म सिखा रहे हैं
अक्षित के मेंटर विवेक चाचेरे और गौरव के मेंटर अमरदीप सिंह भी साथ आए थे। दोनों कई धारावाहिकों और फिल्मों में कोरियोग्राफी कर चुके हैं। दोनों ने बताया, शो के फॉर्मेट में ही था कि अंतिम 12 बच्चों को अलग-अलग मेंटर दिए जाएंगे, इसलिए हम इन पर ज्यादा ध्यान दे पाते हैं। हम इन्हें किसी एक डांस फॉर्म में नहीं बांध रहे, बल्कि सभी फॉर्म के डांस करवा रहे हैं। शो में कुछ बच्चे क्लासिकल भी कर रहे हैं। प्रेक्टिस के साथ-साथ इन्हें पढ़ाई के लिए भी टाइम दिया जाता है और इनकी सही डाइट के लिए डाइटीशियन भी हैं।