पुलिस के अनुसार 2 जुलाई को सूचना मिली थी कि थाना क्षेत्र में शैल सिटी के सामने खंडहरनुमा मकान में एक बुजुर्ग की लाश पड़ी हुई है। इस पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुुंची। जांच में पता चला कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान हैं। शुरुआती जांच में ही पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। मृतक की शिनाख्ती के प्रयास शुरू किए, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इस पर मृतक का फोटो सोशल मीडिया पर डाला गया तो उनके बेटे ने शिनाख्त बाबूलाल पिता नारायण चौधरी निवासी ग्राम चंदनवाड़ी धनखेड़ी, थाना शिप्रा के रूप में की। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि पिता दोपहर से लापता थे और हम भी उनकी तलाश कर रहे थे। पुलिस ने मामले में मुखबिरों को सक्रिय किया और इस अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए एक टीम बनाई। इस टीम ने जांच की तो पता चला कि बाबूलाल को अंतिम बार खुड़ैल में रहने वाले राजेश पिता करणसिंह चौधरी के साथ देखा गया था। इस पर करण को हिरासत में लेकर उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार ली।
बहाने से लेकर गया था राजेश ने योजनाबद्ध तरीके से बाबूलाल की हत्या की। वह बहाने से उसे खंडहरनुमा मकान में ले गया और फिर बीयर की बोतल से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। पूछताछ में उसने बताया कि बाबूलाल के बहू से अवैध संबंध थे। वह उसकी बहू का ममेरा भाई लगता है। फिलहाल मामले में पुलिस उससे आगे की पूछताछ करते हुए यह पता लगा रही है कि उसके साथ इस वारदात में और कौन शामिल था।