दोबारा सडक़ों पर अवैध रूप से स्कूली वाहनों का संचालन शुरू हो गया है। छोटी वैन में भी 16 बच्चे बैठाए जा रहे हैं। कुछ वाहनों ने कार्रवाई के डर से अपनी वाहन की नंबर प्लेट या तो निकाल दी या फिर तोड़ दी है ताकि कार्रवाई के दौरान वाहन बच जाए।
खंडवा रोड स्थित छोटी निजी स्कूलों की 41 से अधिक वैन सडक़ों पर दौड़ रही हैं। इन वैन का न तो परमिट है और न फिटनेस सर्टिफिकेट। अगर किसी तरह की घटना हो जाए तो जिम्मेदारी किसी पर नहीं आएगी, जबकि कोर्ट की गाइड लाइन तय है कि किसी तरह का स्कूल वाहन 13 सीटर से कम नहीं होना चाहिए, लेकिन वैन-मैजिक व समकक्ष स्कूली वाहन 7 सीटर ही हैं।
बावजूद इसके इनमें 14 से 18 बच्चे तक बैठाए जा रहे हैं। आरटीओ की टीम खुद इस तरह के मामले पकड़ चुकी है। खंडवा रोड पर कल सुबह एक पीले रंग की स्कूली वैन 16 बच्चों को लेकर जा रही थी। इसकी नंबर प्लेट भी टूटी हुई थी।
नहीं हुई कार्रवाई
अगस्त माह में आरटीओ के अमले ने स्कूली वाहनों पर नाममात्र की कार्रवाई ही की है। इसी का फायदा अवैध रूप से चल रही वैन-मैजिक संचालक उठा रहे हैं। पिछले माह यह स्कूली वैन-मैजिक संचालकों ने उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी से मुलाकात की थी।
जिस पर मंत्री पटवारी ने कहा कि वे संबंधित अफसरों से बोल कर चालानी कार्रवाई नहीं होने देंगे, लेकिन मंत्री पटवारी ने इन चालकों यह भी हिदायत दी थी कि नियमों का पालन करना जरूरी है। बावजूद वैन चालक अपनी मनमानी पर उतर आए हैं।