पैन कार्ड से पहचान मौके से पुलिस को एक पैन कार्ड व बैंक पासबुक की फोटोकॉपी मिली। ये पैन कार्ड सुरेश दाबोलिया निवासी धर्मराज कॉलोनी का था। पुलिस घर पहुंची तो सुरेश मिल गया। उसने शव नहीं पहचाना। पुलिस को बताया कि ये दस्तावेज उसने अपनी फैक्ट्री वाडीलाल केमिकल्स लिमिटेड पोलोग्राउंड में दिए थे। फैक्ट्री मैनेजर देवधर ने पूछताछ में बताया कि रविवार रात उनकी फैक्ट्री से 45 गैस सिलेंडर चोरी गए है। उनका चौकीदार शिवशंकर गुप्ता गायब है। फैक्ट्री परिसर में चौकीदार के कमरे की चांज में दीवार व फर्श पर खून के छींटे मिले। इसी के बाद गुप्ता की पहचान हुई। इसी के बाद पूछताछ में हत्या का खुलासा सुरेश ने किया।
15 दिन पहले करना थी चोरी 15 दिन पहले सुरेश चोरी करने वाला था। तब पिता की मौत हो जाने से घटना नहीं कर पाया। कार्यक्रम में शामिल होने आए जीजा भी इसमें शामिल हो गए। घटना के लिए पड़ोसी जीतू बैरागी की कार रतलाम जाने के लिए ली। फिर चारो ने शराब पी व फैक्ट्री पर पहुंचे। सुरेश व जितेंद्र फैक्ट्री में ही काम करते है। चौकीदार ने उन्हें चोरी करते देखा तो कमरे में गले पर ब्लैड व सिर पर ईंट से वार कर हत्या कर दी। फैक्ट्री की गाड़ी में सिलेंडर लेकर घर के पास पहुंचे व खाली मैदान में उतार दिए। वहां से कार से शव को नाले में फेंक दिया। बाद में किराए की लोडिग़ से सिलेंडर को पीथमपुर ले जाकर बेच दिया गया। पुलिस अब पीथमपुर से सिलेंडर को जब्त करेंगी। करीब पौने पांच लाख रुपए उन्हें सिलेंडर बेचने पर मिलने थे।