तुकोगंज इलाके में रेसकोर्स रोड पर विद्यापति बिल्ंिडग में वैभव शर्मा व उनकी पत्नी लर्बोनेट नाम से ऑनलाइन एजुकेशन बेवसाइट चलाते है। उनके ऑफिस पर बुधवार को कुछ लोग पहुंचे। उन्होंने वैभव से पूछा कि क्या वे एडवाइजरी कंपनी चलाते है। वैभव ने इससे इनकार किया। तब वहां आए शिवम सिंह ने खुद को एसआई, राहुल राव व रजत दुबे ने खुद को सैबी अधिकारी बताया। इन्होंने कंपनी का ईमेल, बैंक खाते देखा। इसमें कुछ नहीं मिला तो वे दुव्र्यवहार करने लगे। वैभव को थाने चलने को कहां तो वह तैयार हो गया। ये सुनकर उन्होंने कहां कि तुम्हें अपना काम चालू रखना है तो हमे एक लाख रुपए महीना देना होगा। रुपए देने से वैभव ने इनकार किया तो उन्होंने फिर 50 हजार और बाद में 25 हजार रुपए महीना देने को कहा। गुरुवार को पैसा लेने आने का कहकर वे चले गए। गुरुवार को फिर वे लोग ऑफिस आए। रुपए की मांग वे करने लगे। बाद में चायपानी के नाम पर दो हजार रुपए मांगे। काफी दबाव बनाकर पांच सौ रुपए लेकर चले गए। वे अपना मोबाइल नंबर देकर कह गए कि फोन कर पैसा देने के लिए बुलाना। परेशान दंपत्ति ने गुरुवार दोपहर डीआईजी रुचिवर्धन मिश्र को शिकायत की। इसके बाद मामले तुकोगंज थाने भेजा गया।
पैसे के बहाने बुलाकर पकड़ा पुलिस ने फरियादी से फोन कर आरोपियों को रुपए देने के लिए ऑफिस बुलाया। यहां पर सिविल ड्रेस में पुलिस तैनात रही। दो लोग पैसा लेने आए तो वैभव ने फोन कर दिया। तब बाहर मौजूद पुलिसकर्मी आ गए। दोनो युवकों को पकडकऱ थाने लाया गया। टीआई निर्मल श्रीवास ने बताया आरोपी के नाम शिवम मंसोटिया निवासी 15 वी बटालियन, राहुल कोकरे निवासी भागीरथपुरा है। शिवम का कहना है कि उसके पिता बटालिया में कंपनी कंमाडर है। उनके अन्य साथियों के बारें में पूछताछ की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया। आरोपी बलेनो कार से आए थे। उसमें पुलिस की कैप, शराब की बोतल, पुलिस का मोनो लगी नंबर प्लेट मिली।