टीआई संयोगितागंज नरेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि मिलिंद शैंडे निवासी शिव वाटिका एमआर 11 की रिपोर्ट पर गुरदीप सिंह चावला निवासी गुरु नानक कॉलोनी, बेटे रणवीर सिंह उर्फ रिक्की चावला, तात्कालीन आंध्रा बैंक मैनेजर राजकुमार मीणा व आनंद यादव निवासी प्रगति नगर के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। मिलिंद फिल्मों व टीवी सीरियर में कहानी राइटर है। अधिकतर समय मुंबई में ही रहते है। उनकी गुरदीप सिंह से पहचान थी। उसके ऑफिस पर भी आना-जाना था। वर्ष 2017 में उसने बताया था कि वह एक प्रॉपर्टी खरीदना चाहता है। इसके लिए उन्हें मिङ्क्षलद की गांरटी की जरुरत है। इस तरह कलेक्ट्रेट ले जाकर दस्तावेजो पर साइन की। तब पता नहीं चला कि मिलिंद के नाम पर ही रजिस्ट्री हो रही है। वर्ष 2018 में अगस्त महीने में आंध्रा बैंक से किश्त नहीं भरने पर नोटिस आए।
तब पता चला कि मिलिंद के नाम पर दिव्य रॉक कॉलोनी में प्लाट व मकान बनाने के लिए 35 लाख रुपए व कार खरीदने के लिए 7 लाख रुपए का लोन लिया गया है। इस लोन का सर्वे तात्कालीन मैनेजर राजकुमार मीणा ने किया। फरियादी के कोरे चेक पर फर्जी साइन के जरिए लोन का पैसा अन्य खातो में ट्रांसफर कर दिया। इनमें से 18 लाख रुपए आनंद यादव के खाते में ट्रांसफर किया। बैंक जाकर मिलिंद ने लोन नहीं लेने की बात कही तो स्टॉफ ने कहां कि लोन तो आपके नाम पर जारी हुआ है। लोन जमा नहीं होने पर कार्रवाई हो सकती है। मिलिंद ने जब गुरदीप से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हरीश खत्री लोन का पैसा देंगा। उससे फोन पर बात भी कराई। बाद में ना तो पैसा मिला ना बात की गई। मामले की जांच के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया है।