परदेशीपुरा इलाके में रहने वाली 70 वर्षीय वृद्धा ने शिकायत की। उनके साथ बेटा, बहू व पोता मारपीट करते। वे मकान हड़पने के लिए परेशान कर रहे थे। वृद्धा जब मकान उनके नाम करने के लिए तैयार नहीं हुई तो उनकी देखरेख व खाना देना बंद कर दिया। परेशान वृद्धा कई दिनो तक उनके सामने मिन्नत करती रही। इसके बाद भी जब उनका दिल नहीं पसीजा तो अपनी गुजर बसर के लिए मजदूरी करना शुरु कर दिया। सडक़ पर गड्डे खोदकर या अन्य कोई काम कर महिला रोजाना पैसा कमाती। इससे रोजाना वे खाना खाती व जरुरी दवाईयां खरीदती। उम्र के इस पड़ाव के बाद भी वृद्धा ने हिम्मत नहीं हारी। यह बात भी परिजन को नागवार गुजरी। उन्होंने वृद्धा को और परेशान करना शुरु किया। बुरी तरह से उनके साथ मारपीट की जाती। शिकायत लेकर जब वे पुलिस के पास पहुंची तो फूट-फूटकर रोने लगी। उनकी यह हालत देखकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।
एएसपी मुख्यालय मनीषा पाठक सोनी ने बताया बुधवार को वृद्धा व उनके बेटे-बहू को कॉउसलिंग के लिए बुलाया गया। डीएसपी अजीत सिंह चौहान, कॉउसलिंग टीम के आरडी यादव, पुरुषोत्तम यादव, अश्विन जैन, संतोष यादव व सुनीता शर्मा ने उन्हें समझाइश दी। बताया कि इस तरह बुर्जुग मां को परेशान करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। अपनी गलती का एहसास होने पर बेटे-बहू ने माफी मांगी व वृद्धा को परेशान नहीं करने की बात कही। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अब वृद्धा को परेशान नहीं करेंगे। कॉउसलिंग टीम द्वारा वृद्धा से आठ दिन बाद मिलकर परिजन के बर्ताव की जानकारी लेंगे। आगे भी समय-समय पर उनसे फीड बैक लिया जाएगा।