नहीं बदला आलम
भाईजी नाम से दुकान का संचालन कर रहे हुकुमचंद जैन का कहना है, समय बदल गया, मारोठिया का आलम नहीं बदला। आप देख रहे हैं, लोग आज भी यहां आते हैं। यहां हर दुकानदार की अपनी खासियत है। वह अपने अनुपात में मिलाकर मसाले और सेहत के नुस्खों को बनाकर बेचता है।
भाईजी नाम से दुकान का संचालन कर रहे हुकुमचंद जैन का कहना है, समय बदल गया, मारोठिया का आलम नहीं बदला। आप देख रहे हैं, लोग आज भी यहां आते हैं। यहां हर दुकानदार की अपनी खासियत है। वह अपने अनुपात में मिलाकर मसाले और सेहत के नुस्खों को बनाकर बेचता है।
विश्वास की कीमत
सागर ब्रांड से रंग और केमिकल के क्षेत्र में पहचान बनाने वाले शब्बीर भाई का कहना है, यह बाजार सिर्फ खेरची तक ही सीमित नहीं रहा। व्यापारियों ने प्रयोग करके इसे आज की आकर्षक पैकिंग के युग में भी बनाए रखा। सबसे बड़ी बात प्लेन पैकिंग में भी विश्वास भरकर बेच रहे हैं।
सागर ब्रांड से रंग और केमिकल के क्षेत्र में पहचान बनाने वाले शब्बीर भाई का कहना है, यह बाजार सिर्फ खेरची तक ही सीमित नहीं रहा। व्यापारियों ने प्रयोग करके इसे आज की आकर्षक पैकिंग के युग में भी बनाए रखा। सबसे बड़ी बात प्लेन पैकिंग में भी विश्वास भरकर बेच रहे हैं।
ये भी दे रहे पहचान
पुरानी पेढिय़ों को देखें तो भाईजी का किराना, शांतिलालजी का हर्ष दूध व चाय मसाला, शंकर सुगंधी और पाकीजा मेहंदी, रूपचंद किशनलाल जी का किराना, गोपाल चूर्ण और गंगाराम मोहनलाल की जड़ी-बूटियों के नुस्खों की मांग शहर में ही नहीं, देश में भी बन गई है।
पुरानी पेढिय़ों को देखें तो भाईजी का किराना, शांतिलालजी का हर्ष दूध व चाय मसाला, शंकर सुगंधी और पाकीजा मेहंदी, रूपचंद किशनलाल जी का किराना, गोपाल चूर्ण और गंगाराम मोहनलाल की जड़ी-बूटियों के नुस्खों की मांग शहर में ही नहीं, देश में भी बन गई है।