एएसपी क्राइम अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वरिष्ट अधिकारियों के साथ ही जनसुनवाई में लगातार ओएलएक्स पर सामान बेचने के दौरान ठगी होने की शिकायत मिल रही थी। जांच में आया कि गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू एंड कश्मीर, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, झारखण्ड, पंजाब के ७९ लोग इस काम में शामिल है। ये मंहगे सामान का विज्ञापन देकर उसे कम कीमत में बेचने का झांसा देते है। इनके द्वारा ई वॉलेट व बैंक खातों में पैसा जमा करवाया जाता है। बाद में मोबाइल बंद कर लेते है। जांच में आया कि जिन ई वॉलेट व बैंक खातों में पैसा जमा हुआ वे राजस्थान के भरतपुर, हरियाणा के रोहतक, फरीदाबाद, गुडगाँव, उत्तरप्रदेश के गौतम बुध्द नगर के है। ये सब भी फर्जी दस्तावेज से खोले गए है। जांच के बाद क्राइम ब्रांच ने 79 लोगो के खिलाफ धोखाधड़ी, आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। इन राज्यों की पुलिस से संपर्क कर आरोपियों को पकडऩे का काम क्राइम ब्रांच शुरू करेंगी।
इस तरह करते ठगी ओ.एल.एक्स. में ऑनलाईन शॉपिंग बेवसाइट पर मंहगे मोबाइल फोन, दोपहिया वाहन, चार पहिया बेचने के लिये विज्ञापन दिया जाता। इसमें मोबाइल नंबर रहता। लोग जब संपर्क करते तो उन्हें खुद को आर्मी, सीआईएसएफ कर्मचारी बताकर भरोसा जीता जाता। उन्हें अपने फर्जी आईडी कार्ड, फर्जी बिल भी वाट्सऐप पर भेजते। इसी में पडक़र लोग उनके बताए ई-वॉलेट एवं उनके निजी खातों में पैसा जमा कर देते। बाद में उन्हें बताया जाता कि आपका सामन कोरियर कर दिया है। कोरियर की भी फर्जी रसीद वाट्सऐप पर भेजी जाती। बाद में नए नंबर से फोन कर खुद को कोरियर कर्मचारी बताकर बात करते। उन्हें बतातें कि आपका सामान ऑफिस पर आ गया है। तब बाकी पैसा ई वॉलेट या खाते में ऑनलाइन जमा करने के लिए दबाव बनाया जाता। इस तरह पूरा पैसा मिलने पर फोन बंद कर लिया जाता।
इन लोगो ने की थी शिकायत क्राइम ब्रांच में बादल पंवार, देवेन्द्र प्रजापत, गोविंद मकवाना, कृष्णा रिछोदिया, संतोष सिटोले, नितेश यादव, सार्थक कोचर, आफताफ कुरैशी, अर्जुन मेहरा अमन जैन देवेन्द्र पंवार, हुकमचंद विश्वकर्मा, अनिल कावरे , शुभम राय, पूजा तोमर, दिलीप मुवेल, सुनिल गौस्वामी, गौतम जैन, उमेश बैरागी, लोकेश कुमार गुर्जर, महेश कुमार, शुभम पलासियावाला, यश वर्मा, हर्ष तावड़े, तथा सागर ने इस तरह से ठगी की शिकायत की थी जिस पर से केस दर्ज किया गया।
सस्ते के चक्कर में नहीं पड़े एएसपी क्राइम अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि लोगो को सोशल मीडिया पर जल्दी किसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए। पूरी तरह से जांच परख के बाद भी किसी तरह का ट्रांजेक्शन करे। जरुरी नहीं है कि जो सामान बताया गया है वह उसी कीमत में उन्हें मिलेगा। लालच में पडक़र लोग ठगी का शिकार हो रहे है। जरा सी भी शंका होने पर कोई लेन देन ना करे। सामान खरीदने के साथ बेचते समय भी पूरी सावधानी रखे।