स्टैंड पर जगह नहीं आरटीओ ने जून २०१७ में एक पत्र सरवटे बस स्टैंड प्रभारी को भेजा था। जिसमें स्टैंड से बसों के संचालन को लेकर जानकारी दी गई थी। पत्र के अनुसार आरटीओ ने निर्देश जारी किए थे कि वर्तमान में स्टैंड से ३०० नए परमिट जारी किए हैं। सरवटे बस स्टैंड से हर दिन लगभग ६५० यात्री वाहन प्रतिदिन संचालित हो रहे हैं। पत्र में मार्च २०१७ में महापौर और निगम आयुक्त के साथ हुई बैठक का हवाला देकर कहा गया है कि मार्च २०१७ के बाद जारी किए गए परमिट की बसों को स्टैंड से प्रतिबंधित कर तीन इमली बस स्टैंड से संचालित किया जाएगा।
इसलिए लगाया था प्रतिबंध दरअसल सरवटे बस स्टैंड से संचालित होने वाली बसों के कारण स्टैंड पर जाम की स्थिति तो बनती थी, इसके साथ जिस रूट से यह बसें शहर से बाहर हो रही थीं वहां भी यातायात व्यवस्था बिगड़ जाती थी। सबसे ज्यादा परेशानी शाम के समय होती थी। इसलिए नए परमिटधारी बसों का संचालन सरवटे बस स्टैंड से पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था।
ऐसे तोड़ रहे नियम आरटीओ रघुवंशी ने १४ मार्च को सरवटे बस स्टैंड के प्रभारी अधिकारी को पत्र लिखकर यात्री बस क्र. एमपी १५ पीए ५५५० और एमपी १५ पीए ५५०५ को सरवटे स्टैंड से संचालित करने के लिए निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि है कि उक्त बसों को खुजराहो से इंदौर और इंदौर से खुजराहो का अस्थाई परमिट सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार सागर ने जारी किया है। इंदौर से यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए बसों को खुजराहो पर्यटक स्थल पर जाने के लिए सरवटे बस स्टैंड से संचालित करने की अनुमति दी गई है। इसी तरह ५ अपै्रल को एक अन्य निर्देश आरटीओ रघुवंशी ने सरवटे बस स्टैंड प्रभारी को भेजा। जिसमें यात्री बस एमपी ३० पी ४७७७, एमपी ३० पी ६७७७, आरजे बी ४६११ और यूपी ७५ टी ३२१७ को सरवटे बस स्टैंड से संचालित करने को कहा गया है। इन बसों को इंदौर से बालाघाट और बालाघाट से इंदौर का परमिट आरटीओ कार्यालय से अस्थाई जारी किया गया है।