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इंदौर

संवत्सरी का बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड,6 हजार लोगों ने एक साथ मांगी क्षमा

खेल प्रशाल में ६ हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने मांगी क्षमा, सबसे बड़े आयोजन के साथ संवत्सरी का बन गया विश्व रिकॉर्ड

इंदौरAug 27, 2017 / 02:37 pm

अर्जुन रिछारिया

kshama vani
इंदौर. मानव को महामानव बनना है तो क्षमा भावना रखना होगी। किसी को गलती सुधार का मौका देने, क्षमा करने और भूल का प्रायश्चित करने की भावना अच्छी बात है। क्षमा करने की भावना मानव की प्रतिष्ठा बढ़ाती है। सही मायने में क्षमा वीरस्य भूषण है। नाराज होने की जगह क्षमा कर हम जीवन में चार चांद लगा सकते हैं।
250 कॉलोनियों के करीब 5000 श्रावक श्राविकाएं

शनिवार को खेल प्रशाल में श्रावक-श्राविकाओं को संबोधित करते हुए डॉ. शिवमुनि ने उक्त विचार पर्युषण के अंतिम दिन व्यक्त किए। श्रमण संघ के मंत्री शिरीष मुनि ने कहा, वास्तव में पर्वों का महापर्व पर्युषण हममें ईश्वरीय गुणों के विकास का स्वर्णिम काल होता है। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष नेमनाथ जैन, महामंत्री रमेश भंडारी ने बताया, इस मौके पर इंदौर की 250 कॉलोनियों के करीब 5000 व शहर के बाहर 25 स्थानों के करीब एक हजार श्रावक श्राविकाएं मौजूद रहे।
गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज

गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज : संवत्सरी का अब तक का सबसे बड़ा सामूहिक आयोजन रहा। इसे गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जा रहा है। प्रतिक्रमण के बाद क्षमायाचना हुई। हाथ जोडक़र सभी ने एक-दूसरे से क्षमा मांगी।
उपवास करने वालों का सम्मान
चातुर्मास के दौरान विशेष रूप से मात्र गर्म जल के आधार पर 41 उपवास करने वाले सुशील भगोता का सम्मान किया गया। इस अवसर पर लेखराज जैन सहित उपवास करने वाले कई श्रावक-श्राविकाओं का सम्मान किया गया।
ईश्वरीय गुणों के विकास का स्वर्णिम काल 

 खेल प्रशाल में ६ हजार से अधिक श्रावक-श्राविकाओं ने मांगी क्षमा, श्रमण संघ के मंत्री शिरीष मुनि ने कहा, वास्तव में पर्वों का महापर्व पर्युषण हममें ईश्वरीय गुणों के विकास का स्वर्णिम काल होता है। चातुर्मास समिति के अध्यक्ष नेमनाथ जैन, महामंत्री रमेश भंडारी ने बताया, इस मौके पर इंदौर की 250 कॉलोनियों के करीब 5000 व शहर के बाहर 25 स्थानों के करीब एक हजार श्रावक श्राविकाएं मौजूद रहे।
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