झाबुआ उपचुनाव : भाजपा के ‘दादा, दीदी, बाबा व भैया’ ने की कांग्रेस के किले की घेराबंदी
इंदौर. झाबुआ उप चुनाव प्रदेश में भाजपा की राजनीतिक दिशा को तय करेगा। इसके चलते प्रदेश अध्यक्ष व संगठन महामंत्री सहित अनेक दिग्गज वहां डेरा डाले हैं पर पूरे चुनाव में इंदौरी मैनेजमेंट हावी है। इंदौर के दादा, दीदी, बाबा व भैया ने कांग्रेस प्रत्याशी के किले की घेराबंदी कर रखी है।
झाबुआ में 21 अक्टूबर को मतदान है। 19 अक्टूबर को प्रचार बंद हो जाएगा। भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस के एक दर्जन मंत्री ब्लॉक लेवल पर काम संभाल रहे हैं। भाजपा भी पीछे नहीं है। 10 अक्टूबर से प्रदेशाध्यक्ष राकेशसिंह व संगठन महामंत्री सुहास भगत वहीं हैं। संभागीय संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा व कृष्णमुरारी मोघे कई दिनों से डेरा डाले हैं।
पुरानी हार-जीत के गांववार आंकड़े निकालकर पार्टी ने रणनीति तैयार की है। उसमें सामने आया कि कांग्रेस के दिग्गज व प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया सबसे मजबूत राणापुर में हैं, जो उनका गृह क्षेत्र है। हर बार 5 से 7 हजार की लीड उन्हें मिलती है। इस किले को ध्वस्त करने के लिए पार्टी ने इंदौर के धुरंधरों को काम पर लगाया। इसमें भी अलग-अलग ब्लॉक बनाए गए हैं, जिसमें कुंदनपुरा विधायक रमेश मेंदोला (दादा), राणापुर विधायक उषा ठाकुर (दीदी), बोरीमति विधायक महेंद्र हार्डिया (बाबा) तो बोरी की जिम्मेदारी मधु वर्मा (भैया) को दी है। संगठन ने साफ कर रखा है कि इन इलाकों से बाहर नहीं आना है। सहयोग की आवश्यकता हो तो आ-जा सकते हैं, लेकिन फोकस उन्हें यहीं करना है। इसी वजह से नेताओं ने भी ठिकाना वहीं पर बना लिया है।
काम पर लगे इंदौरी मोर्चे भाजपा सोशल इंजीनियरिंग में भी पीछे नहीं है। इसके लिए सामाजिक आंकड़ा निकालने के बाद में प्रभाव रखने वाले नेताओं को भी जनसंपर्क के काम में लगाया। युवा मोर्चा के अध्यक्ष मनस्वी पाटीदार, अजा मोर्चा अध्यक्ष राजेश शिरोडकर व महिला मोर्चा के चयनित नेत्रियों को काम सौंपा गया है। इसके अलावा कमल वाघेला, मुकेश राजावत, जेपी मूलंचदानी व बबलू शर्मा को महत्वपूर्ण सेक्टर सौंपे गए हैं।