इंदौर रेलवे स्टेशन पर गाडि़यों की साफ-सफाई करने वाली कंपनी कामथेन के सुपरवाइजर ने कल रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर को धमकी दे डाली। कंपनी के सुपरवाइजर ने पेनल्टी लगाए जाने पर इंंजीनियर को जमकर खरी-खोटी सुनाई। यहां तक कह कि अब नौकरी करके दिखाओ। साथ ही देख लेने तक की धमकी दे डाली। इस पूरे मामले की शिकायत रतलाम मंडल के डीआरएम विनित गुप्ता से लेकर वेस्टर्न रेलवे मजदूर यूनियन और जीआरपी, आरपीएफ पुलिस सहित वरिष्ठ अधिकारियों को लिखित में की गई है। आज यूनियन के कर्मचारी डीआरएम से भी इस मामले में मुलाकात कर कंपनी और सुपर वाईजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
इंदौर रेलवे स्टेशन पर ठहराव करने वाले गाडिय़ों की सफाई, धुलाई करने का कॉन्ट्रेक्ट निजी कंपनी कामथेन को दिया गया है। कंपनी को लेकर लगातार रेलवे अधिकारियों के पास शिकायतें पहुंच रही हैं। जानकारी के अनुसार टेंडर शर्तों में शामिल है कि स्टेशन से कोचिंग डिपो तक गाड़ी के जाने और फिर स्टेशन पर गाड़ी के लगने तक दरवाजे और खिड़कियां बंद करना होगा, लेकिन कंपनी के कर्मचारी इस कार्य में लगातार लापरवाही बरत रहे हैं। पिछले दो दिन में ऐसे मामले लगातार सामने आए हैं। जिस पर कंपनी पर रेलवे अफसरों ने पेनल्टी लगा दी। इस पेनल्टी से बौखलाकर कंपनी के सुपरवाइजर नितिन बैरागी ने कल सुबह रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर सुनील मीणा से मोबाइल पर विवाद किया। अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए धमकियां दे डाली। बैरागी ने यहां तक कहा दिया कि अब तुम नौकरी कर के दिखाओ, मैं तुम्हें देख लूंगा।
तीन हजार की लगाई थी पेनल्टी मीणा ने बताया कि कंपनी को गाडि़यों के दरवाजे और खिड़कियां लॉक करना होती है, लेकिन कंपनी के कर्मचारियों ने ट्रेन नंबर 19330 (उदयपुर एक्सप्रेस) और 22943 (इंदौर-दोंण ) की खिड़कियां बंद नहीं की गई थी। मैंने जब निरीक्षण किया तो यह पाया। इसकी जानकारी सीनियर अफसरों को दी। जिस पर उन्होंने कंपनी पर पेनल्टी लगा दी।
दरवाजे-खिड़कियां बंद नहीं करने से होती ट्रेनों में चोरी मीणा ने बताया कि ट्रेनों में दरवाजे-खिड़कियां लॉक नहीं किए जाने से चोरी की घटनाएं होने लगी हैं। कई बार ट्रेन में नल तक चोरी हो जाते हैं। ऐसे में बाद में पैसेंजर उच्च अधिकारियों से शिकायत करते हैं। जिस पर कार्रवाई हम पर होती है। जबकि गलती कॉन्ट्रेक्टर की होती है, उन्हें इसका ध्यान रखना होता है। उन्होंने बताया कि बैरागी ने पहले भी इस प्रकार के शब्दों का उपयोग कर धमकियां दी हैं। यह पहला घटनाक्रम नहीं है। बार-बार इस प्रकार की धमकियां देने पर वरिष्ठ अधिकारियों को मामले से अवगत कराया गया।
कर्मचारियों ने भी कंपनी के खिलाफ किया था प्रदर्शन कामथेन कंपनी के कर्मचारियों ने पूर्व में पीएफ की राशि को लेकर भी कोचिंग डिपो पर प्रदर्शन किया था। ट्रेन की सफाई करने वाले कर्मचारियों ने प्रदर्शन के दौरान कंपनी पर आरोप लगाए थे कि वह नियमानुसार वेतन नहीं दे रही है, वेतन पर्ची भी नहीं दी जा रही है। पीएफ की पूरी राशि भी नहीं दी गई।
यूनियन का प्रतिनिधि मंडल मिलेगा कर्मचारी साथी के साथ निजी कंपनी के सुपर वाइजर ने विवाद करते हुए धमकियां दी हैं। यूनियन इस घटना की निंदा करती है। आज रतलाम में डीआरएम से यूनियन का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराएगा। कंपनी पर कार्रवाई की मांग की जाएगी।
कमलेश चौधरी सचिव, वेस्टन रेलवे मजदूर यूनियन जांच कर कार्रवाई की जाएगी इस मामले की जानकारी मिली है। पूरे मामले की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। कमल चौधरी, सीडीओ, रेलवे रतलाम मंडल
मैं नें धमकी नहीं दी मेरी काम को लेकर बात हुई थी, धमकियां नहीं दी हैं। उन्होंने मुझे धमकियां दी है। कल दिनभर व्यस्त होने से उनके खिलाफ शिकायत नहीं कर पाया, आज उनकी शिकायत करूंगा।
नितिन बैरागी, सुपरवाइजर, कामथेन कंपनी