सेना के पास मौजूद इन सभी बलिदानियों की तस्वीरें और निशानियां के रखने और लोगों को दिखाने के लिए इंदौर के महू में बन रहे सैन्य संग्रहालय में भारतीय सेना के बीते पौने तीन सौ साल का इतिहास दर्ज किया जा रहा है। ।
एशिया का पहला संग्रहालय
भारतीय सेना के बारे में जानने के लिए यह देश का इकलौता स्थान होगा जहां पैदल सेना का इतना लंबा इतिहास दर्ज होगा। भारतीय सेना के पहले इन्फेंट्री म्यूजियम में इसकी तैयारियां जारी हैं। यह इन्फेंट्री म्यूजियम दुनिया में किसी भी देश की पैदल सेना का इतिहास बताने वाला का विश्व का दूसरा और एशिया का पहला संग्रहालय है। इसमें भारतीय सेना की आखिरी लड़ी गई कारगिल जंग के रूप में दर्ज होगा, जिसे संभवत: कारगिल रूम का नाम दिया जा सकता है।
आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा
महू में म्यूजियम बनाने का काम 2017-2018 में शुरू हुआ था। दो-तीन बार इसके उद्घाटन की योजना भी बनी, लेकिन नहीं हो पाया। माना जा रहा है कि कोई अड़चन नहीं आई तो संभवत: साल के अंत तक आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।