भाजपा में टिकट की उठापटक के बीच राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने समर्थक जिराती का नाम भी आगे बढ़ाया था। शंकर लालवानी का टिकट घोषित होते ही खाती समाज ने विरोध शुरू कर दिया। समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व विहिप के पूर्व नेता किशोर चौधरी ने एक वीडियो वायरल किया, जिसमें कहा कि भाजपा ने समाज की पूरी तरह से उपेक्षा की है।
विधानसभा टिकट नहीं दिया तो राऊ के साथ सांवेर, देपालपुर और हाटपीपलिया भी हारना पड़ा। हमारे यहां ७० प्रतिशत भाजपाई हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस ने पहले भी समाज को टिकट दिए और अब विदिशा से शैलेंद्र पटेल को खड़ा किया है। इंदौर से जिराती को टिकट दिया जाना था। समाज के तीन लाख वोट हैं।
अब हम भाजपा का काम नहीं करेंगे। वीडियो वायरल होते ही जिराती के अन्य समर्थक भी सक्रिय हो गए। माहौल गरमा गया, जिराती को समझ आ गया कि उनके नाम पर राजनीतिक की जा रही है। इस बवाल में उनका नुकसान हो जाएगा। बात भाजपा के दिग्गजों तक भी पहुंची। इसके बाद जिराती ने दिनभर समर्थकों व समाज के लोगों को फोन लगाया और सोशल मीडिया से उक्त पोस्ट का हटवाई।
पार्टी हमारी माई-बाप, उसका फैसला मान्य
कुछ लोगों ने माहौल बनाने का प्रयास किया है। हो सकता है वे मेरे समर्थक व शुभचिंतक हों। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने शंकर लालवानी को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी हर फैसला सर्वसम्मति से करती है। उंगली तो भगवान राम व कृष्ण पर भी उठी थी।
लालवानी पार्टी के प्रति समर्पित हैं, जो दायित्व दिया उसका निर्वहन किया। तीन बार पार्षद, आईडीए अध्यक्ष के रूप में काम किया। वह मेरे भी नेता हैं, छोटा हूं, वे सीनियर हैं। हर मंच से कहता हूं कि पार्टी हमारी माई बाप है, जो राष्ट्र को प्रथम रखती है। माता-पिता जैसा सम्मान पार्टी का करता हूं। कड़ी-कड़ी जोड़कर माला बनाना है। भाजपा के माध्यम से राष्ट्र के लिए काम कर रहे हैं। मोदी प्रचंड बहुमत से जीतेंगे।