घटना शुक्रवार रात १०.३० बजे की है। वर्मा ट्रेवल्स की भोपाल-इंदौर-राजकोट बस केएल एए ८५६६ राजीव गांधी सर्कल से सवारी लेकर राजकोट के लिए रवाना हुई, लेकिन थोड़ा आगे जाने के बाद गड़बड़ी पुलिया के पास बस खराब हो गई। इसके बाद रात करीब २ बजे तक सुधार कार्य चलता रहा। इस दौरान कुछ यात्रियों ने रिफंड का पैसा मांगा तो उनके साथ कर्मचारियों ने बदसलूकी की और ऑफिस जाकर पैसा लेने के लिए कहा।
बिना परमिट की बस ही रवाना कर दी जब बस नहीं सुधरी और यात्रियों ने हंगामा किया तो बस संचालक ने दूसरी सामान्य बस की व्यवस्था की। बस एपी २३ वाय ७९५९ में यात्रियों को बैठने के लिए कहा गया, लेकिन यह बस स्लीपर नहीं थी, इसको लेकर भी हंगामा हुआ। मजबूरी में यात्रियों को इसी बस से रवाना किया गया। इस बस का इंदौर-भोपाल का अस्थायी परमिट है, लेकिन इसे राजकोट के लिए रवाना कर दिया गया। यात्रियों ने बताया कि झाबुआ में दोबारा इस बस से हमें उतार कर दूसरी बस में बैठाया गया।
आरटीओ से करेंगे शिकायत धीरज महंदीदत्ता ने बताया कि इसी बस से परिजन रवाना हुए हैं। रात को २ बजे परिजन ने बताया कि बस इंदौर में ही खड़ी है। जब हम वहां पहुंचे तो दूसरी बस से रवाना किया जा रहा था। इस बस के पास परमिट भी नहीं था। आज आरटीओ से लिखित शिकायत की जाएगी।