विधि-विधान से कर रहे अस्थियों का विसर्जन
इंदौर. कोरोना से बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं, जिसकी पुष्टि मुक्तिधामों में रखी लावारिस अस्थियां कर रही हैं। कई लोग अंतिम संस्कार के बाद परिजन की अस्थियां लेने नहीं आए, कुछ ऐसी भी हैं, जो लावारिस हैं। मुक्तिधामों में रखी ऐसी अस्थियों की सुध समाजसेवी ले रहे हैं। उनका विधि-विधान से विर्सजन किया जा रहा है।
अस्थियों को नर्मदा नदी में विसर्जित करने का संकल्प एडवोकेट विनीता सुरेंद्र पाठक ने लिया है। विनीता की टीम ने कैट चौराहा सुख निवास रोड स्थित मां अंबेधाम माता मंदिर पर शहर के मुक्तिधामों से अस्थियां एकत्र कीं। अस्थियों का विसर्जन कराने के लिए पंडित बुलाए गए। अस्थि कलश बनाकर उनका विधि-विधान से यज्ञ-अनुष्ठान किया गया। अस्थि कलशों को नर्मदा में विर्सजित किया गया। इस दौरान घाट पर ब्राम्हण भोजन, पिंडदान व अन्य शास्त्रोक्त विधियां भी कराई गईं। पंडित हर्ष शर्मा ने विधि की। एडवोकेट विनीता ने बताया, हम मृत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं। हमारा यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। अभियान में विनीता के साथ प्रकाश बागवानी, शुभम यादव, मुकेश बागवानी, राजेश सिंह चौहान और उमा अग्रवाल भागीदारी दे रहे हैं।
इंदौर. कोरोना से बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं, जिसकी पुष्टि मुक्तिधामों में रखी लावारिस अस्थियां कर रही हैं। कई लोग अंतिम संस्कार के बाद परिजन की अस्थियां लेने नहीं आए, कुछ ऐसी भी हैं, जो लावारिस हैं। मुक्तिधामों में रखी ऐसी अस्थियों की सुध समाजसेवी ले रहे हैं। उनका विधि-विधान से विर्सजन किया जा रहा है।
अस्थियों को नर्मदा नदी में विसर्जित करने का संकल्प एडवोकेट विनीता सुरेंद्र पाठक ने लिया है। विनीता की टीम ने कैट चौराहा सुख निवास रोड स्थित मां अंबेधाम माता मंदिर पर शहर के मुक्तिधामों से अस्थियां एकत्र कीं। अस्थियों का विसर्जन कराने के लिए पंडित बुलाए गए। अस्थि कलश बनाकर उनका विधि-विधान से यज्ञ-अनुष्ठान किया गया। अस्थि कलशों को नर्मदा में विर्सजित किया गया। इस दौरान घाट पर ब्राम्हण भोजन, पिंडदान व अन्य शास्त्रोक्त विधियां भी कराई गईं। पंडित हर्ष शर्मा ने विधि की। एडवोकेट विनीता ने बताया, हम मृत आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हैं। हमारा यह प्रयास आगे भी जारी रहेगा। अभियान में विनीता के साथ प्रकाश बागवानी, शुभम यादव, मुकेश बागवानी, राजेश सिंह चौहान और उमा अग्रवाल भागीदारी दे रहे हैं।