कोरोना मरीजों की संख्या हो रही कम
समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि राज्य के कुछ स्थानों जहां पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़ गई थी अब वहां स्थिति नियंत्रित हो रही है। ऐसे जिलों में धार, खरगोन और रायसेन जिले शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने इन जिलों की जानकारी विशेष रूप से प्राप्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पॉजिटिव पाए गए रोगी ठीक हों, जो ज्यादा गंभीर रोगी हैं तत्परता से उनका उपचार हो और किसी भी स्थिति में मृत्यु दर न बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा इंदौर में अरविंदो अस्पताल और भोपाल में चिरायु मेडिकल कॉलेज में रोगियों की अच्छी देखरेख हुई है। अन्य चिकित्सालय भी बेहतर उपचार के लिए निरंतर प्रयास करें। बैठक में जानकारी दी गई कि जबलपुर सहित राज्य के चार मेडिकल कॉलेज टेस्टिंग लैब प्रारंभ कर रहे हैं। इन जिलों में रतलाम, शहडोल, विदिशा और खंडवा शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस नियंत्रण के लिए सभी को मिलकर कार्य करना है। जिस तरह टेस्टिंग की सुविधा में मध्य प्रदेश अन्य राज्यों की तुलना में क्षमता बढ़ा चुका है, इसे निरंतर जारी रखते हुए अधिक से अधिक सैंपल लेने के प्रयास हों। वर्तमान में करीब 3000 सेंपल प्रतिदिन लिए जा रहे हैं। आने वाले सप्ताह में यह क्षमता 3 हजार 500 हो जाएगी।
सुधर रहा जिलों में कोरोना
मध्यप्रदेश देश में छठवें क्रम पर दर्ज है। प्रकरणों की संख्या कम होने के साथ निरंतर रोग नियंत्रण के लिए पूरा अमला सक्रिय है। प्रदेश में 2942 प्रकरण में से 1979 एक्टिव प्रकरण हैं। कुल 798 रोगी पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में 165 लोग कोरोना से असामयिक मृत्यु का शिकार हुए हैं। आज लिए गए 2500 सैंपल में से 107 पॉजिटिव पाए गए हैं। राज्य के ग्वालियर में स्थिति काफी नियंत्रित हुई है। इसे रेड जोन से मुक्ति मिलेगी और नगर ऑरेंज जोन में आएगा। इसी तरह शीघ्र ही अलीराजपुर और श्योपुर भी ग्रीन क्षेत्र में शामिल हो जाएंगे। भारत सरकार के मानकों के अनुसार 21 दिन तक कोई पॉजिटिव केस न पाए जाने पर वह क्षेत्र ग्रीन जोन में शामिल हो जाता है।