विभाग के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष स्वामी ने बताया कि हम लोग रात को १२.२० बजे स्टेशन पर ही मौजूद थे। इसके बाद वहां से निकल गए, लेकिन मुखबिर लगा दिए थे। हमारे जाने के कुछ देर बार ही मावा का मालिक आया और बिल्टी देकर माल रिसीव करने की प्रक्रिया पूरी। जानकारी मिलते ही हम भी वहां पहुंच गए, लेकिन मावा मालिक ने माल नहीं उठाया। हमने जब मावा देखा तो उसमें से बदबू आने लगी थी। हो सकता है कि माल खराब होने के चलते साथ नहीं ले गया हो।
दिनभर धूप में पड़ा रहा माल जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम को संदिग्ध मावा ग्वालियर से इंदौर भेजा गया। अगले दिन दिनभर मावा धूप में ही रखा रहा, इसलिए मावा खराब हो गया और उसमें से बदबू आने लगी। इस मावे भी किसी भी तरह की खाद्य सामग्री नहीं बनाई जा सकती।