समय : दोपहर 3 बजे
स्थान : जगदीश नगर
ज गदीश नगर विधानसभा एक का वह क्षेत्र, जहां पर आज भी तेज बारिश होने पर नाव चलाना पड़ती है। ईंट भट्ठों की संख्या भले ही कम हो गई है, लेकिन 30 फीट गहरे गड्ढे आज भी मुसीबत बने हुए हैं। जगदीश नगर में एक प्रोजेक्ट के तहत करीब 10 साल पहले पेयजल के लिए मुख्य सड़क से 600 से अधिक घरों तक पाइप लाइन डाली गई थी, लेकिन पानी आज तक नहीं आया। रहवासी बताते हैं कि जब भी नेताजी आते हैं, हम उन्हें समस्या बताते हैं। वे ढोल बजाते हुए चले जाते हैं। हमें 5 रुपए केन में 2 किमी दूर से पानी लाना पड़ रहा है। रहवासी डालचंद परमार ने बताया कि अलग-अलग पार्टी के नेताओं के आने का दौर शुरू हो गया है। हम चाहते हैं जो भी जीते, इस समस्या को पहले हल करे।
समय : शाम 4 बजे
स्थान : गली नंबर 10, नंदबाग कॉलोनी, सेक्टर-ए
नं दबाग कॉलोनी के हजारों रहवासी मौजूदा विधायक के काम से काफी हद तक संतुष्ट हैं, लेकिन अभी भी इनकी अहम् जरूरतें पूरी नहीं हो पाईं हैं। यहां भी सबसे ज्यादा पानी की दिक्कत है, इसे दूर करने के लिए वर्षों से पानी की टंकी आकार ले रही है, लेकिन तरावट आज तक नहीं आई है। महिलाओं ने कहा कि यहां सड़क बन गई है, एलईडी लाइट्स लग गई है, लेकिन पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। यहां सरकारी बोरिंग भी सूखे पड़े हैं। यहां रहने वाली उर्मिला शेखावत, गीताबाई, कमलेश पटेल, बसंती पंवार, वंदना सहित दर्जनों महिलाओं ने कहा कि इस बार हम उसी को वोट देंगे, जो पेयजल संकट दूर करेगा।
समय : शाम 5.30 बजे
स्थान : बड़ा गणपति चौराहा
बड़ा गणपति से लेकर एरोड्रम रोड तक स्थानीय लेागों की कई समस्याएं हैं, जिनका वर्षों से निराकरण नहीं हुआ है। छोटी से लेकर बड़ी तक यहां कई समस्याएं मौजूद हैं। यहां वोटर ने भी तय कर लिया है कि वोट उसी को देंगे, जो हमारी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करे।
ओमप्रकाश यादव : पश्चिमी रिंग रोड की मांग वर्षों से की जा रही है, यह सबसे ज्यादा जरूरी है। इधर जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं देते।
नितिन यादव : क्षेत्र में अस्पताल बने। जिला अस्पताल में सुविधाएं नहीं है, एमवायएच दूर है। मजबूरी में निजी अस्पताल जाना पड़ता है।
मंजीत सिंह सलूजा : बड़ा गणपति से एरोड्रम रोड तक किसी भी चौराहे पर सिग्नल नहीं हैं। शाम होते ही जाम लग जाता है।
अखिलेश शास्त्री : क्षेत्र की कई कॉलोनियों में ड्रेनेज लाइन नहीं है। शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं होती। यहां खेल मैदान नहीं हैं।
राजाराम पटेल : विकास के लिए गणेशगंज तोड़ दिया। मुआवजा तक नहीं दिया गया। भविष्य में विकास के लिए रहवासी निर्माण तोड़े जाएं तो रहवासियों का ख्याल भी रखा जाए।