वहीं, मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी के ऊपर भी निशाना साधा है। उन्होंने सोनिया गांधी को बिन मांगी सलाह देते हुए कहा कि राहुल गांधी को किसी पॉलिटिक्ल प्ले स्कूल में भेज दें। वहां वह चीजों को सीखेंगे। उन्हें यह नहीं पता कि कैसे बोलना चाहिए। लेकिन मैं ये नहीं कह रहा हूं कि उन्हें किसी नशा मुक्ति केंद्र में भेज देना चाहिए। डंडे वाली बात वह किसी सामान्य स्थिति में नहीं बोले होंगे।
नो एक्जिट या नो इंट्री का बोर्ड नहीं लगा रखा
सीएए का विरोध बीजेपी के अंदर भी है। पार्टी के कई अल्पसंख्यक नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। नकवी के इंदौर दौरे से दो दिन पहले ही पार्टी के एक मुस्लिम कॉरपोरेटर ने इस्तीफा दिया था। इस पर नकवी ने कहा कि हमारी पार्टी ने अपने यहां नो एक्जिट और नो इंट्री का बोर्ड नहीं लगा रहा है। लोग भाजपा में आते हैं और जिन लोगों की पार्टी में रहने की इच्छा नहीं होती, वे चले भी जाते हैं।
दरअसल, इंदौर में बीजेपी के इकलौते मुस्लिम पार्षद उस्मान पटेल ने पार्टी से शुक्रवार को चालीस साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया। इनसे पहले भी कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दिया। नकवी ने कहा कि सीएए को लंबी प्रक्रिया के बाद सदन के दोनों सदनों से पारित किया गया है। भ्रम फैलाने वाले लोगों को यह पता होना चाहिए कि इसमें अब न तो कोई बदलाव होने वाला है और न ही इसे वापस लिया जाएगा।