अकारण ही नक्शा स्वीकृति के प्रकरण वापस करने और कार्य में लापरवाही बरतने पर निगमायुक्त प्रतिभा पाल ने जहां बीआई योगेश जोशी और राजेश चौहान को सस्पेंड कर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दिया, वहीं बिल्डिंग परमिशन शाखा की भी बड़ी सर्जरी कर दी। इसके तहत वर्षों से बीआई का काम करने वाले कई उपयंत्रियों को हटा दिया गया है। इनकी जगह व्यापमं के जरिए निगम में भर्ती हुए नए उपयंत्रियों को जोनवाइज बीआई बनाया गया है। साथ ही कई बीओ को भी बदलकर नए जोन आवंटित कर दिए गए हैं।
बिल्डिंग परमिशन में सर्जरी के तहत जोन 4, 5 व 17 में बीओ सुधीर गुलवे और बीआई उदय सिंह भदौरिया, सुमित शर्मा व मयंक पंवार को बनाया गया। इसी तरह जोन 2, 3 व 14 में बीओ दौलतसिंह गुंडिया एवं बीआई प्रभात तिवारी, राज ठाकुर और कमलेश शर्मा, 12 व 15 में बीओ पीआर आरोलिया एवं बीआई अजय करारे और सुनिल जादौन, जोन 8 व 19 में बीओ अश्विन जनवदे एवं बीआई विशाल राठौर और नवीन बुंदेला को नियुक्त किया गया है। जोन 1 व 16 में बीओ विवेश जैन एवं बीआई सिद्धांत मेहता और लोकेश शर्मा, जोन 7, 10, 11 व 13 में बीओ असित खरे एवं बीआई राकेश शर्मा, अविनाश कस्बे, अंकेश बिरथालिया और पंकज शर्मा, जोन 6 में बीओ शांतिलाल यादव और बीआई तन्मय सिंह चौहान, जोन 18 में बीओ देवकीनंदन वर्मा एवं भवन निरीक्षक सत्येन्द्र राजपूत, जोन 9 में बीओ भास्कर मोयदे व बीआई राजेन्द्र शर्मा को बनाया गया है। मालूम हो कि पूर्व में 19 जोन में वार्ड अनुसार 38 बीआई बनाए गए थे। अब इनको वापस 19 जोन पर19 बीआई में तब्दील कर दिया है, ताकि लोगों के काम आसानी से हों।
वर्षों से जमे इन बीआई को हटाया
सर्जरी के चलते वर्षों से किसी न किसी जोन पर बीआई रहे वैभव देवलासे, सुरेश चौहान, नागेंद्र सिंह भदौरिया, नदीम खान, सुमित अष्ठाना, विनोद अग्रवाल, हेमंत मिश्रा, अतीक खान, उमेश पाटीदार, नरेंद्र कुरील, धीरेंद्र बायस, हीरालाल वर्मा और अवधेश जैन को हटाया गया है।
अंगद की पैर की तरह जमीं हैं उपयंत्री
बिल्डिंग परमिशन में बड़ा फेरबदल तो हो गया, लेकिन तत्कालीन आयुक्त मनीष सिंह के कार्यकाल से अंगद की पैर की तरह जमीं महिला उपयंत्रियों को नहीं हटाया गया। तत्कालीन आयुक्त आशीष सिंह के समय बिना वजह नक्शे रिजेक्ट कर लोगों को परेशान करना, अपनी मनमर्जी से काम करने के साथ नक्शों के प्रकरण लंबित रखने और अन्य कई गड़बड़ी करने की शिकायतों के चलते जिन महिला उपयंत्री मनीषा राणा और आराधना शुक्ला को हटाया था, उन्हें फिर से बिल्डिंग परमिशन में नियुक्त कर दिया गया है। उपयंत्री होने के बावजूद नक्शे चेक करने और आगे बढ़ाने की बाबूगीरी करने वाली उपयंत्री राणा को जोन 10, 16, 17 और 15 पर नियुक्त किया गया है। इसी तरह उपयंत्री आराधना शुक्ला को जोन 2, 6, 5, 7 और 9 की जिम्मेदारी दी गई है। उपयंत्री निकिता पंचरत्न को जोन 3, 8, 12, 18 व 19 और रक्षिता नागाईच को जोन 1, 4, 11, 13 व 14 की जिम्मेदारी दी गई है। यह महिला उपयंत्री तकरीबन 6 वर्ष से ही एक ही विभाग बिल्डिंग परमिशन शाखा में तैनात हैं। इनके न हटने पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।