scriptसरकारी लापरवाही : 3 साल बाद भी भगवान को नहीं मिला दान का प्लॉट | Negligence: God did not get the donation plot even after 3 years | Patrika News
इंदौर

सरकारी लापरवाही : 3 साल बाद भी भगवान को नहीं मिला दान का प्लॉट

– मंदिर प्रबंधन ने कई बार जारी किए स्मरण पत्र- तहसीलदार को जांच करवाकर पेश करना है रिपोर्ट
खजराना गणपतिजी के एक भक्त ने मंदिर की दान पेटी में प्लॉट की रजिस्ट्री डाल दी थी। इस प्लॉट की जमीनी हकीकत जानने के लिए मंदिर प्रशासन ने तहसीलदार को पत्र लिखकर रिपोर्ट मांगी थी। पौने तीन साल होने आए लेकिन आज तक रिपोर्ट नहीं मिली। इसको लेकर कई स्मरण पत्र मंदिर प्रबंधन ने जारी कर दिए, जो फाइलों में जाकर दफन हो गए।
 

इंदौरJan 20, 2022 / 10:48 am

Mohit Panchal

अप्रैल 2019 में खजराना मंदिर दान पेटी खोलने पर रजिस्ट्री निकली थी। ये टाइल्स फिटिंग करने वाले शंभूराम यादव निवासी गौरी नगर ने डाली थी। यादव का कहना था कि ढाई लाख खर्च कर उन्होंने पत्नी के नाम प्लॉट लिया था। हमारी इच्छा थी कि उस पर मंदिर बने लेकिन किसी ने उस पर कब्जा कर लिया। प्रशासन से सीएम हेल्पलाइन तक शिकायत की लेकिन कुछ नहीं हुआ। इस पर तय किया कि मंदिर को ह्रश्वलॉट दान दे दिया जाए। मंदिर प्रशासन ने यादव से संपर्क कर एक दान पत्र का प्रारूप बनाकर दिया। लिखा पढ़ी की। इससे पहले रजिस्ट्री मिलने पर पंचनामा बना लिया था।
इधर मंदिर प्रशासन ने जिला प्रशासन को तब एक पत्र लिखा था, जिसमें छोटा बांगड़दा प्रगति नगर के 15 बाय 40 के प्लॉट की जांच को कहा था। तहसीलदार को ज्मिेदारी सौंपी गई ताकि ये पता लगाया जा सके कि प्लॉट विवादित तो नहीं है या सरकारी जमीन पर कटी अवैध कॉलोनी का हिस्सा तो नहीं है? जमीन का मूल मालिक कौन है और प्लॉट की खरीद-फरोख्त बिना टीएंडसीपी व डायवर्शन के कैसे कर दिया? वहीं कब्जा करने वाली महिला के पास क्या आधार है? सारे तथ्यों के बाद में वह जमीन अपने नाम कराएगा। इसको लेकर मंदिर प्रशासन ने कई पत्र लिखे ताकि रिपोर्ट मिल सके। इसके बावजूद मंदिर को आज तक जवाब नहीं मिला। प्रशासन की लापरवाही देखो कि आज तक दान में मिला प्लॉट भगवान को स्वीकार नहीं हो पाया।
विवादों का गढ़ है छोटा बांगड़दा
एयरपोर्ट रोड और सुपर कॉरिडोर के बीच आने वाले छोटा व बड़ा बांगड़दा में तेजी से बसाहट हो रही है। कई जमीन मालिकों ने धड़ल्ले से अवैध कॉलोनी काटकर गरीबों को मकान बेच दिए। कई जमीन के जादूगरों ने तो कई सरकारी जमीनों पर अवैध कॉलोनी काटकर प्लॉट बेच दिए। मकानों की संख्या इतनी है कि जिला प्रशासन उन्हें तोडऩे की ह्मित नहीं कर पा रहा। कई बार नोटिस जारी हुए लेकिन कोई हल नहीं निकला।

Home / Indore / सरकारी लापरवाही : 3 साल बाद भी भगवान को नहीं मिला दान का प्लॉट

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो