वित्तीय वर्ष 2019-20 का निगम बजट 12 जून को पेश किया गया। इस पर बहस अगले दिन 13 जून को रखी गई। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में बजट पर बहस के लिए रखी गई परिषद बैठक शुरू हुई थी कि पानी को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सुखलिया क्षेत्र के रहवासियों के साथ कांग्रेसियों ने परिषद की कार्रवाई में पहुंचकर जहां जमकर हंगामा कर पार्टी के झंडे लहराए, वहीं एमआईसी सदस्य सुधीर देडग़े के साथ विवाद कर हाथापाई और गाली-गलौज अलग की गई। निगम के इतिहास में यह घटना काले शब्दों में लिखा गई, क्योंकि सदन की कार्रवाई के दौरान इस तरह का हंगामा पहली बार हुआ। इस घटना के बाद महापौर मालिनी गौड़ सहित भाजपा-कांग्रेस पार्षद सहित अन्य नेता आमने-सामने हो गए और मामला पुलिस थाने तक पहुंच गया।
भाजपा नेताओं की शिकायत पर पुलिस ने कांग्रेस नेता दीपू चौहान, विक्की रघुवंशी, महेश पंडित, शैलेष ठेगड़े और सर्वेश तिवारी पर प्रकरण दर्ज कर लिया। इनके खिलाफ कोई कार्रवाई न होने को लेकर महापौर गौड़ सहित अन्य भाजपा नेताओं ने मोर्चा खोल दिया। इसके साथ ही परिषद में मौजूद निगम अफसरों के कोई एक्शन न लेने पर महापौर गौड़ भी मुखर हो गई। इस तरह का मामला फिर से न हो, इसके लिए निगम की भाजपा परिषद ने एक विशेष सम्मेलन बुलाने की घोषणा की। इसको लेकर भाजपा के 50 से ज्यादा पार्षदों ने सम्मेलन बुलाने के लिए हस्ताक्षर किया हुआ अपना पत्र सभापति अजय सिंह नरूका को 24 जून को सौंप दिया। पत्र मिलते ही सभापति नरूका ने विशेष सम्मेलन बुलाने के लिए जगह तलाशना शुरू कर दिया, क्योंकि निगम एक्ट के अनुसार विशेष सम्मलेन बुलाने की मांग करने की तारीख से 15 दिन में सम्मेलन बुलाना आवश्यक होता है।
निगम सभापति नरूका जहां विशेष सम्मेलन बुलाने की तैयारी कर रहे थे, वहीं 26 जून को तीन नंबर विधायक आकाश विजयवर्गीय ने जेल रोड स्थित गंजी कम्पाउंड में अति खतरनाक मकान तोडऩे पहुंचे निगम अफसर धीरेंद्र बायस और असित खरे की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई कर दी। इसके बाद शहर से लेकर प्रदेश और देश में मामले को लेकर बवाल मचा। इस बल्लाकांड में निगम का विशेष सम्मेलन भी धरा का धरा रह गया जो कि निगम अफसरों के खिलाफ बुलाया जा रहा था। बल्लाकांड में महापौर गौड़ से लेकर अन्य भाजपा नेता ऐसे उलझे कि सम्मेलन बुलाने का समय ही निकल गया। इसलिए अब निगम में विशेष की जगह साधारण सम्मेलन बुलाया जाएगा। इसकी तैयारी परिषद कार्यालय में शुरू कर दी है। संभवत: अगले माह 15 अगस्त के बाद यह सम्मेलन आयोजित होगा। इसके लिए सभापति नरूका महापौर से जल्द ही चर्चा करेंगे।
तारीख तय करेंगे
निगम का विशेष सम्मेलन बुलाने की समयावधि निकल गई है, इसलिए अब साधारण सम्मेलन यानी परिषद बैठक रखी जाएगी, क्योंकि पिछली बैठक में हंगामा होने के चलते स्वीकृति के लिए रखे गए प्रस्तावों पर चर्चा नहीं हो सकी। सम्मेलन 15 अगस्त के बाद रखा जाएगा। महापौर से मिलकर जल्द ही इसकी तारीख तय की जाएगी। नियमानुसार हर दो माह में सम्मेलन होना चाहिए। इसलिए 15 अगस्त के बाद सम्मेलन बुलाने का समय भी हो जाएगा, क्योंकि पिछली बैठक 12 जून को हुई थी।
– अजय सिंह नरूका, सभापति