किडनी २ लाख, ५ हजार हार्ट ५०,०००, १००
लीवर ५०,००० ७५० आंखे ५० हजार
स्किन नो काउंट उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में स्टुडेंटस की प्रैक्टिस के लिए भी केडेवरर्स की जरूरत होती है। जम्मु-कश्मीर से मेडिकल प्रेक्टिस के लिए इंदौर से केडेवर्स भेजे जाते है। वे बताते है कि ऑर्गन डोनेशन की प्रोसेस आसान नही होती। एक ट्रांसप्लांट में ४० घंटों का लगातार काम और १०० लोगों का टीमवर्क लगता है। वे बताते है कि इंदौर स्किन डोनेशन में इंदौर दूसरे स्थान पर है और आई डोनेशन में तीसरे स्थान पर है। हम फरवरी-मार्च के बीच शहर में बोनमेरो ट्रांसप्लांटेशन की शुरूआत करने पर भी काम कर रहे है। इसे दूसरे शहरों में शुरू करने की कोशिश के साथ ही हार्ट वॉल्व और बोन बेंकिंग पर भी काम किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलन से हुई और अंत में आभार फिक्की फ्लो की चैयरपर्सन नेहा मित्तल ने माना।