दिल्ली में प्रदूषण और फाग से सबक लेकर और शहर में तेजी से बढ़ रहे दो-चार पहिया वाहनों को देखते हुए पर्यावरण प्रदूषण रोकने के उद्देश्य से जागरूकता का प्रयास किया जा रहा है। संभागायुक्त संजय दुबे ने एक एप तैयार करवाया है। इसे मोबाइल में डाउनलोड कर हवा में घुल रही जहरीली गैस, धूल के कणों की मात्रा और वाहन व अन्य संसाधनों से हो रहे शोर का हाल हाथोहाथ जान सकेंगे। एप पूरे संभाग में पानी का हाल बताएगा। इससे नदियों में हो रहे प्रदूषण का भी पता चलेगा।
एेसे करेगा काम
एप मोबाइल पर डाउनलोड कर शहर में किसी भी लोकेशन की आबो-हवा की जानकारी स्थान का नाम डालने पर मिल जाएगी। ध्वनि प्रदूषण का स्टेटस भी पता लगेगा। पानी के प्रदूषण की ताजा स्थिति मिलेगी। यह सप्ताह-दस दिन पुरानी होगी, क्योंकि नदियों और प्रमुख जल स्रोतों की सेंपलिंग इतने अंतराल पर करवाने के बाद इसमें इंटर की जाएगी। हवा में धूल के कण और प्रमुख गैस का ऑनलाइन मापन मिल सकेगा।
इसमें ध्वनि प्रदूषण को ऑनलाइन रिकॉर्ड करके भी भेजा जा सकता है। यह एप इंदौर शहर के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर सहित संभाग के सभी जिला मुख्यालयों के प्रदूषण और नदियों की स्थिति बताएगा। यह सिस्टम प्रदूषण विभाग, प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की मदद से संचालित किया जाएगा।
एप मोबाइल पर डाउनलोड कर शहर में किसी भी लोकेशन की आबो-हवा की जानकारी स्थान का नाम डालने पर मिल जाएगी। ध्वनि प्रदूषण का स्टेटस भी पता लगेगा। पानी के प्रदूषण की ताजा स्थिति मिलेगी। यह सप्ताह-दस दिन पुरानी होगी, क्योंकि नदियों और प्रमुख जल स्रोतों की सेंपलिंग इतने अंतराल पर करवाने के बाद इसमें इंटर की जाएगी। हवा में धूल के कण और प्रमुख गैस का ऑनलाइन मापन मिल सकेगा।
इसमें ध्वनि प्रदूषण को ऑनलाइन रिकॉर्ड करके भी भेजा जा सकता है। यह एप इंदौर शहर के साथ ही औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर सहित संभाग के सभी जिला मुख्यालयों के प्रदूषण और नदियों की स्थिति बताएगा। यह सिस्टम प्रदूषण विभाग, प्रशासन, नगर निगम और पुलिस की मदद से संचालित किया जाएगा।
ऑनलाइन डिसप्ले
शहर में पोलोग्रांउड व विजय नगर में ऑनलाइन व डिसप्ले सिस्टम चल रहा है। इससे प्रदूषण के रियल टाइम आंकड़े सामने आ रहे हैं। इसी तरह का प्रयोग पीथमपुर में भी किया है। संभागायुक्त दुबे के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है। शहर में ६ नए स्थान चिह्नित किए हैं। बड़े उद्योगों के सहयोग से लाइव डिसप्ले सिस्टम लगाएंगे। सीएसआर एक्टिविटी के तहत इस सुविधा के लिए सभी बड़े उद्योगों का पत्र लिखा गया है।
शहर में पोलोग्रांउड व विजय नगर में ऑनलाइन व डिसप्ले सिस्टम चल रहा है। इससे प्रदूषण के रियल टाइम आंकड़े सामने आ रहे हैं। इसी तरह का प्रयोग पीथमपुर में भी किया है। संभागायुक्त दुबे के अनुसार इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है। शहर में ६ नए स्थान चिह्नित किए हैं। बड़े उद्योगों के सहयोग से लाइव डिसप्ले सिस्टम लगाएंगे। सीएसआर एक्टिविटी के तहत इस सुविधा के लिए सभी बड़े उद्योगों का पत्र लिखा गया है।