लंबे समय से अमरनाथ यात्रियों की मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने में मदद करने वाले समाजसेवी अमित सिकरवाल ने बताया कि पीसी सेठी अस्पताल में पदस्थ डॉ. सुनील गंगराड़े 10 से 11 बजे अस्पताल में आते हैं। जिसके चलते यात्रियों को वे देखकर कुछ जांचें लिखते हैं। जांचें लिखने के बाद इसी दिन जांच नहीं होती फिर यात्री को अगले दिन सुबह बुलाया जाता है। जांच के अगले दिन रिपोर्ट लेने आना पड़ता है। ऐसे में एक यात्री को तीन दिन तक अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इसके बावजूद जरूरी नहीं है कि समय पर काम हो जाए।
दरअसल स्वास्थ्य विभाग ने दो अस्पताल पीसी सेठी और हुकमचंद पॉली क्लिनिक में इसकी व्यवस्थाएं की हैं। हुकमचंद पॉली क्लिनिक में दो तो पीसी सेठी में एक डॉक्टर को इसके लिए तैनात किया गया है, लेकिन डॉ. गंगराड़े की लेटलतीफी के कारण मरीज परेशान हो रहे हैं।
डॉ. गंगराड़े को कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समय पर आने के निर्देश दे चुके हैं, लेकिन वे अस्पताल में नहीं आते। जबकि शासन का नियम है कि सरकारी डॉक्टर को सुबह 8 से 1 बजे तक और शाम 5 से 6 बजे तक ओपीडी में रहना है। सिविल सर्जन डॉ. एमपी शर्मा से बात की गई तो कहना है कि यात्रियों को बिल्कुल परेशान नहीं होने दिया जाएगा। इसलिए हमने दो अस्पतालों में व्यवस्थाएं की हंै। अगर डॉ. गंगराड़े समय पर नहीं आ रहे तो आज ही उन्हें तलब किया जाएगा। समय पर आने के निर्देश दिए जाएंगे।