सुबह 9 बजे से 11 बजे तक पहली शिफ्ट थी जिसके लिए इंदौर तो ठीक दूर दूर से परीक्षार्थी भाग लेने के लिए इंदौर आए थे। इंदौर के १६ इंजीनियरिंग कॉलेजो ंमें परीक्षार्थी सुबह ७ बजे से लाईन में खड़े हो गए थे लेकिन जैसे ही परीक्षा का समय आया तो पता चला की सर्वर डाऊन है। 9.30 बजे तक प्रयास किया गया कि स्थिति सुधर जाए लेकिन कुछ नहीं हुआ तो परीक्षार्थियों ने बवाल करना शुरू कर दिया। इस पर मौजूद सरकारी महकमें ने आश्वासन दिया कि परीक्षा कैंसल होकर फिर से होगी। हालांकि इसका अधिकृत आदेश नहीं आता था। इस पर परीक्षार्थियों का कहना था कि परीक्षा तो होगी लेकिन सरकार को हमारे आने जाने, खाने-पीने का खर्चा देना चाहिए। हम तो परीक्षा देने आए थे लेकिन परीक्षा नहीं हुई सर्वर डाऊन है यह गलती हमारी नहीं है। परीक्षार्थियों में कई ऐसे भी थे जो बहुत गरीब परिवार से ताल्लुख रखते है जिनके सामने फिर से खर्चा उठाना किसी बड़ी मुसिबत से कम नहीं होगा। हालांकि इस संबंध में अफसर कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे।
हालांकि प्रभारी कलेक्टर रुचिका चौहान ने परीक्षा केंद्र व उडऩदस्ते के प्रभारियों से चर्चा कर आला अधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी। दूसरी पाली में होगी ३ बजे से परीक्षा गौरतलब है कि दो पाली में परीक्षा हो रही है। इसमें सुबह ९ बजे की पाली की परीक्षा तो कैंसल हो गई लेकिन ३ बजे वाली ठीक से हो जाए, जिस पर
ध्यान दिया जा रहा है।
हां, सर्वर डाऊन होने की वजह से सुबह ९ बजे से होने वाली परीक्षा नहीं हो सकी है। ऐसी स्थिति इंदौर ही नहीं अन्य जिलों में भी रही है। इसकी जानकारी बोर्ड को दे दी गई। परीक्षार्थी नाराज थे जिन्हें समझाया गया, स्थिति शांत है।
रुचिका चौहान, प्रभारी कलेक्टर