व्यापम में फर्जीवाड़ा कर बने आरक्षकों पर एफआईआर
– छोटी ग्वालटोली थाने में रात में हुआ प्रकरण दर्ज
इंदौर।
व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) द्वारा 2016 में ली गई आरक्षक भर्ती परीक्षा में तीन युवकों की जगह किसी अन्य ने परीक्षा दी। जब इंदौर ईकाई में इनका चयन हुआ तो इनके फिंगर प्रिंट मैच नहीं हुए। जिसके बाद भोपाल से जांच करवाई गई। जहां से रिपोर्ट मिलने के बाद अब तीनों युवकों पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
पुलिस मुख्यालय छोटी ग्वालटोली थाना क्षेत्र में होने के चलते तीनों युवकों पर कल रात छोटी ग्वालटोली थाने पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया। सब इंस्पेक्टर टीना शुक्ला ने बताया की आरक्षकों पर शंका है कि इन्होंने अपनी रिटर्न परीक्षा किसी ओर (मुन्नाभाई) से दिलवाई। फिर रिजल्ट आने के बाद खुद को पास होना बताकर ये आरक्षक भर्ती के लिए भोपाल पुलिस मुख्यालय से सिलेक्ट होकर इंदौर इकाई के लिए चयनित होकर आ गए। मामले में धीरेंद्र सिंह (अलीगढ़, यूपी), सुरेंद्र सिंह (ग्वालियर) और अजय गुर्जर (मुरैना) के खिलाफ केस दर्ज किया है। ये तीनों ही आरोपी व्यापमं द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में परीक्षार्थी थे। टेस्ट देने के दौरान इन्होंने पीएचक्यू में अपने फार्म भरने के साथ अपने फिंगर प्रिंट्स स्कैन करवाए थे। लेकिन जब ये इंदौर इकाई के लिए चयनित होकर यहां बतौर आरक्षक आए तो दोबारा फिंगर प्रिंट्स चेक करने में इनके फिंगर प्रिंट्स नहीं मिले। इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय को एक रिपोर्ट बनाकर भेजी थी। इस पर फिंगर प्रिंट्स में गड़बड़ी मिलने पर इनके खिलाफ कार्रवाई के आदेश वहीं से आए थे। एसआई शुक्ला ने बताया की आरोपितों पर प्रकरण दर्ज करने के बाद अब :ष्शश्च4ह्म्द्बद्दद्धह्ल:नकी गिरफ्तारी की जाएगी और जांच आगे बढ़ाई जाएगी।