must read : चचेरे भाई की जबरदस्ती से गर्भवती हुई छात्रा, बेहोश हुई तो खुला राज, नवजात की मौत दरअसल घटना कल रात की है। समाजसेवा के क्षेत्र में काम करके कई सम्मान पा चुके अमित सिकरवार ने बताया कि उनकी पत्नी और बच्चे गरबा कार्यक्रम में दस्तूर गार्डन गए हुए थे। उन्हें लेने के लिए वे वहां आए थे और गार्डन के बाहर सर्विस रोड पर खड़े होकर इंतजार कर रहे थे। अमित ने बताया कि मैं अपनी गाड़ी पर बैठा था, इस दौरान पुलिस की एक गाड़ी आई, जिसमें से सिविल ड्रेस में एक सिपाही उतरा। उसने शराब पी रखी थी। वह मेरे साथ गाली-गलौज करने लगा।
must read : महिलाएं जरा संभलकर…रात में शहर की सडक़ों पर उत्पात मचा रही है ‘बर्थडे गैंग’ गाली देने से रोका तो धक्का देकर गिराया मैंने गाली देने से मना किया और परिवार का इंतजार करने की बात कही तो मुझे गाड़ी से धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद दूसरा पुलिसकर्मी भी उतरा और उसने गाली-गलौज शुरू कर दी। बोला गाड़ी में साहब बैठे हैं। मैं गाड़ी के पास पहुंचा, जिसमें थाना प्रभारी बैठे हुए थे। उनसे कहा कि दोनों जवानों ने मेरे साथ अभद्रता की तो बोले यहां से जाओ, जो बने कर लेना। इसके बाद अमित ने मौके से ही एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र को फोन लगाकर घटना की जानकारी दी। एसएसपी ने एसपी पश्चिम का नंबर दिया और मामले से अवगत करवाया।
must read : माता टेकरी पर दर्शन को आ रहे श्रद्धालुओं को रास्ते में मिल गई ‘मौत’, वैन के परखच्चे उड़े ठीक नहीं है ऐसा रवैयाा एसपी पश्चिम ने इसके बाद सीएसपी अन्नपूर्णा पुनीत गेहलोत को जांच करने को कहा। सीएसपी ने अमित को फोन लगाकर पूरी जानकारी ली और सुबह दफ्तर आने को कहा। अमित का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने जिस तरह से गाली-गलौज की और धक्का देकर गिराया, यह रवैया ठीक नहीं है। ऐसे ही कारणों से पुलिस की छवि समाज में खराब हो रही है। मैं अपने परिवार को लेने के लिए गार्डन के बाहर खड़ा था, इसके बावजूद मेरे साथ ऐसी हरकत की।