सेंट्रल जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर कैदियों को सजा माफी दी जाती है। अच्छे चाल-चलन वालों को रिहा कर दिया जाता है। इस बार भी आजीवन कारावास की सजा वाले 26 लोगों की रिहाई होने जा रही है। मंजूरी मिल गई है। सभी के परिजनों को इसकी जानकारी दे दी है। कुछ कैदी बाहर हैं, उन्हें कोरोना संक्रमण के चलते पैरोल दी गई है। उन्हें रिहाई के बारे में बता दिया गया है। इसके चलते एक दिन पहले 14 अगस्त को वापस जेल आने के लिए कहा गया है, ताकि सारी औपचाकिताएं पूरी कर ली जाएं।
शहर के बाहर से आ रहे कैदियों को वापस जाने में परेशानी हो सकती है, क्योंकि फिलहाल आवागमन के साधन कई स्थानों पर नहीं हैं। इसके चलते उनसे कहा गया है कि अगर किसी परिचित या रिश्तेदार के साथ में इंदौर आ रहे हैं, तो वह 15 अगस्त की सुबह भी आ सकते हैं, ताकि औपचारिक रिहाई के बाद उन्हें वापस घर जाने में कोई परेशानी नहीं हो। जो जेल में हैं, ऐसे कैदियों को छोडऩे की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही रिहा होने वाले कैदियों को एनजीओ के माध्यम से रोजगार भी दिलाया जा रहा है।