देरी से लिया निर्णय असल में लंबी दूरी की ट्रेनों में सोमवार से राखी का रश था जो कि शुक्रवार तक रहा, लेकिन आज लंबी दूरी की ट्रेनों में ज्यादा भीड़ नहीं है क्योंकि अधिकांश यात्री अपने गंतव्य पर पहुंच चुके हैं। अगर रेलवे तीन दिन पहले यह निर्णय लेता तो यात्रियों को खासा फायदा मिलता।
फिर भी लगा दिया कोच जानकारी के अनुसार ट्रेन में अतिरिक्त कोच तभी लगाया जाता है जबकि इतनी वेटिंग हो कि कोच की बर्थ संख्या के बराबर या फिर अधिक हो, लेकिन पश्चिम रेलवे ने ट्रेनों में अतिरिक्त कोच बिना सोचे भी लगाने के निर्देश जारी कर दिए। इस बार स्पेशल ट्रेन के नाम पर भी एक भी ट्रेन इंदौर को नहीं मिली है।
-यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए इंदौर से जाने वाली तीन ट्रेनों में एक-एक अतिरिक्त स्लीपर कोच लगाया जा रहा है।
जितेंद्र कुमार जयंत, पीआरओ,
रतलाम मंडल