पिछले वर्ष प्लेटफॉर्म नंबर एक पर पार्सल कार्यालय के सामने पंकज शर्मा को साइकिल स्टैंड ठेके पर दिया गया है। टेंडर शर्तों के अनुसार यहां तय जमीन पर ही साइकिल स्टैंड संचालित किया जाना चाहिए, लेकिन ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा पार्र्किंग क्षेत्र के अलावा बाहर भी रेलवे की जमीन पर वाहन खड़े कर वसूली की जाती है। कई बार इतने वाहन हो जाते हैं कि पार्सल वाहनों को निकलने में दिक्कत होती है।
दोगुना किराया वसूल रहे यहां पर आने वाले वाहनों से तय 5 रुपए की जगह 10 रुपए मांगे जाते हैं। नहीं देने पर विवाद किया जाता है। इसको लेकर यात्रियों द्वारा कई बार शिकायत भी की जाती है, लेकिन कार्रवाई के पहले ही दबाव बनाकर समझौता हो जाता है।
ड्रेस कोड में नहीं रहते हैं कर्मचारी टेंडर शर्तों के अनुसार पेड पार्र्किंग में काम करने वाले कर्मचारियों को ड्रेस कोड में रहना है। यहां ई-पेमेंट व्यवस्था होना चाहिए। स्टैंड किराया प्रति वाहन 5 रुपए लिया जाना चाहिए। इसके साथ ही मशीन द्वारा रसीद भी दी जाना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा होता ही नहीं है। इस मामले में कुुछ माह पहले रेल मजिस्ट्रेट ने कार्रवाई कर आरपीएफ को कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए थे और ठेकेदार व कर्मचारियों को लताड़ भी लगाई थी।