लेन-देन में ठेले पर सोते समय दराता मारकर की हत्या और फिर लाश के जमीन में गाड़ आया
केटरिंग कर्मचारी की हत्या में साथी गिरफ्तार, 30-35 हजार का था लेन-देन, पैसा न देना पड़े इसलिए की हत्या
लेन-देन में ठेले पर सोते समय दराता मारकर की हत्या और फिर लाश के जमीन में गाड़ आया
इंदौर. केटरिंग कर्मचारी की हत्या कर लाश जमीन में गाढऩे के मामले में पुलिस ने उसके साथी को गिरफ्तार किया है। आरोपी से मृतक का 30-35 हजार का लेन-देन था। मृतक ने पैसा मांगा तो विवाद हुआ, आरोपी व मृतक ने साथ बैठकर शराब पी और उसके घर के बाहर ठेले पर सो गया। रात में आरोपी ने दराते से गले पर मार कर हत्या कर दी और ठेले पर शव रखकर ले जाकर गाड़ आया था।
सीवरेज लाइन की खुदाई के दौरान रविवार को छपरी गांव में शव मिला था। हाथ पर लगे आरपी नाम से तथा सोशल मीडिया पर फोटो प्रसारित होने से बड़े भाई प्रहलाद ने मृतक की पहचान रामनिवास चौहान मूल निवासी खंडवा हाल द्वारकापुरी के रूप में की थी। प्रहलाद ने वैसे तो 5 जून को ही रामनिवास की गुमशुदगी द्वारकापुरी थाने में दर्ज करा दी थी लेकिन तलाशने में पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।
भाई के बयान से पता चला कि रामनिवास केटरिंग के लिए वेटर सप्लाय करने का काम करता था। ठेकेदार कालू मोरे निवासी राजा रानी नगर को वेटर सप्लाय करता था जिसका उसे करीब 30-35 हजार रुपए लेना था। इसे लेकर कालू से विवाद भी हुआ था जिसकी जानकारी उसने पुलिस को दी लेकिन पुलिस कालू तक गई नहीं थी। शव मिलने के बाद पुलिस ने कालू की घेराबंदी की तो वह मिल गया। राजेंद्रनगर टीआई सुनील शर्मा के मुताबिक, कालू ने पूछताछ में हत्या करना कबूल लिया।
टीआई के मुताबिक, पूछताछ में पता चला कि आरोपी बकाया वसूली के लिए 1 जून को आरोपी कालू के घर गया था। वहां दोनों का विवाद हुआ तो मृतक बोला- आज पैसा लेकर ही घर जाउंगा। कालू ने इसके बाद रामनिवास को शराब पिलाई और खाना खिलाया। रात में रामनिवास कालू के घर के बाहर ठेले पर सो गया। देर रात आरोपी ने दराते से रामनिवास के गले पर वार कर उसकी हत्या कर दी। बाद में ठेले पर शव रखकर महादेव नगर होते हुए छपरी गांव पहुंचा और वहां गड्ढा खोदकर दफनाने के बाद वापस गया।
वीडियो में दिखा शव ले जाते हुए
पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटैज की जांच की तो उसमें कालू ठेले पर रामनिवास का शव ले जाते हुए दिख गया। ठेला पड़ोसी का था जो उसने साफ भी कर दिया था। आरोपी ने इसके बाद अपना मोबाइल बंद कर लिया था और अलग-अलग स्थानों पर सो रहा था ताकि पुलिस पकड़ न सके। मृतक के भाई ने 5 जून को गुमशुदगी दर्ज कराई थी। अगर पुलिस कालू को पकड़कर पूछताछ करती तो पहले ही हत्या का खुलासा हो जाता।