इंदौर। कलेक्टर साहब, मुझ पर जो भी आरोप लगाए गए हैं। सब बेबुनियाद हैं। मैं आपसे मिलकर चर्चा करूंगा। बताऊंगा कि किसने मुझे इस्तेमाल किया, किसने नहीं किया। मेरी स्थिति ऐसी हो गई है कि पैसे नहीं रहे। गुरुद्वारे-गुरुद्वारे भटककर लंगर खा रहा हूं। स्टेशन पर सोता हूं।
ये बात देवी अहिल्या कामगार गृह निर्माण संस्था के पूर्व अध्यक्ष रणवीर सिंह सूदन ने कलेक्टर के नाम एक वीडियो ( video ) जारी कर कही।
पिछले दिनों प्रशासन व सहकारिता विभाग ने सूदन पर दो मुकदमे दर्ज कराए थे, जिसके बाद से वह फरार है। वीडियो में वो कह रहा है कि मेरा जो मकान है, वह मां-बाप का बनाया हुआ है। मैंने अपने जीवन में कुछ नहीं किया। आपसे मिलकर चर्चा करूंगा और मुझे किसने यूज किया, ये सब बताऊंगा। कलेक्टर साहब ( indore collector ) मुझे लगता है कि आप मेरी मदद करेंगे। 13 मार्च को 2 बजे आपके पास ऑफिस आ रहा हूं। मैं भाग-भाग कर परेशान हो चुका हूं। मुझे लगता है कि आत्महत्या कर लेना चाहिए। गुरुघर गया था, वहां बाबाजी ने बताया कि जो सच्चाई है, वो सबको बता।
दस हजार रुपए माह का था कर्मचारी
जैसे मजदूर पंचायत की पुष्प विहार कॉलोनी में नदीम हैदर को दीपक जैन उर्फ मद्दा ने संस्था का प्रबंधक बनाकर सारा फर्जीवाड़ा किया। वही स्थिति सूदन की भी है। वह बेरोजगार था और बॉबी ने उसे काम पर लगा दिया। दस हजार रुपए माह देता था।