पटवारी को पुलिस सिटी बस से जेल ले जाने लगी तो समर्थकों ने सिटी बस की चाबी निकाल कर टायरों से हवा निकाल दी। इस दौरान पुलिस ने उनकी नोक-झोंक भी हुई। इसके बाद पुलिस विधायक को अपनी गाड़ी में बैठाकर जेल ले गई। बाद में विरोध कर रहे नेताओं को भी गिरफ्तार करने लगी। इस दौरान कई नेता आसपास खड़ी अपनी गाडिय़ों में बैठ कर भागने लगे तो उन्हें गाडिय़ों में से खींच-खींच कर पुलिस ने गिरफ्तार किया। महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया। इस दौरान हल्का बल प्रयोग भी किया।
विधायक पटवारी सहित कांग्रेस नेता बजाज, जायसवाल और अन्य को गिरफ्तार कर जिला जेल लाया गया। जेल परिसर में पटवारी ओर उनके समर्थक कागजी खानापूर्ति होने तक बाहर ही बैठे रहे। इस दौरान उनके वकील जय हार्डिया उनसे मिलने पहुंचे। पहले तो पुलिस ने उन्हें यहां से हटा दिया और पटवारी को जेल में ले जाने लगे। पटवारी जेल गेट से वापस लौटे और हार्डिया से चर्चा की, जिसके बाद पुलिस उन्हें जेल के अंदर ले गई। वहीं जेल में पटवारी ने जनता की मांगों को लेकर भूख हड़ताल शुरू कर दी। पटवारी ने जेल में कुछ भी खाने से इनकार कर दिया।
विधायक की गिरफ्तारी से नाराज कांग्रेस ने कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव अनिल यादव, प्रदेश कांग्रेस सचिव राजेश चौकसे, शहर कांग्रेस अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने घोषणा की है कि यदि मंगलवार दोपहर 4 बजे तक विधायक जीतू पटवारी को नहीं छोड़ा गया तो पार्टी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता इकट्ठा होतक अपनी गिरफ्तारी देंगे।
गिरफ्तारी के बाद जीतू पटवारी ने कहा, वे जनता की समस्या को उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा, उनकी मांगों सुनवाई नहीं हो रही थी तो उन्होंने निगम अफसरों को मौके पर बुलाने की मांग की थी, लेकिन उन्होंने दमन के लिए गिरफ्तार कर लिया।