छात्रावास के छात्र महेश्वर शुक्ला ने बताया कि यहां का एक छात्र मयूर पटवा फूड पायजनिंग के कारण बीमार हो गया था. उसकी हालत इतनी गंभीर हो गई कि उपचार के लिए आखिरकार उसे अपने घर जाना पड़ा। इसके अलावा कई अन्य छात्र भी यहां मिल रहे घटिया भोजन के कारण बीमार हो चुके हैं।
मल्हार आश्रम के छात्रावास में रहने वाले करीब 200 विद्यार्थियों ने ये सभी आरोप लगाए- सबसे बुरी बात तो यह है कि उन्हें हमेशा पानी वाली दाल और सब्जी ही खाने को दी जाती है। जबकि मेस में भोजन व्यवस्था जांचने आनेवाले टीचर्स को पनीर और मिठाई खिलाई जाती है। छात्र सौरभ व आशीष कुशवाह ने बताया कि स्कूल परिसर में रात में असामाजिक तत्व आते हैं। स्कूल परिसर में खुलेआम शराबखोरी करते हैं और सिगरेट पीते हैं। छात्रों की सुरक्षा के लिए यहां कोई सुरक्षा गार्ड भी नहीं है। मल्हार आश्रम के छात्रावास में रहने वाले करीब 200 विद्यार्थियों ने ये सभी आरोप लगाए हैं।
इधर मल्हार आश्रम छात्रावास के मेस संचालक राजाराम जैन ने सफाई दी है कि छात्रों को बेहतर भोजन देते हैं। छात्रों के लिए बने भोजन को स्कूल के टीचर्स व प्राचार्य भी कई बार चख चुके हैं। उन्हें कभी शिकायत नहीं हुई। उनके लिए अलग से कोई भोजन नहीं बनाया जाता।