आठ घंटे की शिफ्ट
ये सभी आठ घंटे की शिफ्ट में सेवाएं दे रहे हैं। 1912 टोल फ्री नंबर पर बिजली कंपनी से संबद्ध 15 जिलों से आने वाले कॉल अटैंड करते हैं। इस पर बताई जाने वाली शिकायतें कम्प्यूटर पर दर्ज करते हैं। इसके बाद संबंधित कॉलर को व बताई गई समस्या के समाधान करने वाले कर्मचारी यानी बिजली गैंग को एसएमएस दिया जाता है। इसके बाद आधे घंटे से दो घंटे के बीच बिजली समस्याओं का निराकरण कर दिया जाता है। कंपनी एमडी आकाश त्रिपाठी ने बताया कि ये सभी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। कॉल सेंटर में विभिन्न सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। समय-समय पर सीटों में भी बढ़ोतरी की जा रही है।
ये सभी आठ घंटे की शिफ्ट में सेवाएं दे रहे हैं। 1912 टोल फ्री नंबर पर बिजली कंपनी से संबद्ध 15 जिलों से आने वाले कॉल अटैंड करते हैं। इस पर बताई जाने वाली शिकायतें कम्प्यूटर पर दर्ज करते हैं। इसके बाद संबंधित कॉलर को व बताई गई समस्या के समाधान करने वाले कर्मचारी यानी बिजली गैंग को एसएमएस दिया जाता है। इसके बाद आधे घंटे से दो घंटे के बीच बिजली समस्याओं का निराकरण कर दिया जाता है। कंपनी एमडी आकाश त्रिपाठी ने बताया कि ये सभी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। कॉल सेंटर में विभिन्न सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। समय-समय पर सीटों में भी बढ़ोतरी की जा रही है।
एक हाथ से चला रहे कम्प्यूटर
कॉल सेंटर में काम करने वाले श्रीपद का एक ही हाथ है। वे इसी से कम्प्यूटर ऑपरेट कर लेते हैं। इमरान को पैरों में दिक्कत होने से बैसाखी के सहारे सीट पर बैठते हैं। शुभम के भी दोनों हाथों की अंगुलियां ठीक नहीं हैं। ये सभी दिव्यांग ग्रेजुएट हैं और कम्प्यूटर चलाने में माहिर हैं।
कॉल सेंटर में काम करने वाले श्रीपद का एक ही हाथ है। वे इसी से कम्प्यूटर ऑपरेट कर लेते हैं। इमरान को पैरों में दिक्कत होने से बैसाखी के सहारे सीट पर बैठते हैं। शुभम के भी दोनों हाथों की अंगुलियां ठीक नहीं हैं। ये सभी दिव्यांग ग्रेजुएट हैं और कम्प्यूटर चलाने में माहिर हैं।